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व्हाइट हाउस
अक्टूबर 20, 2023

अपराह्न 8:02 ईडीटी

राष्ट्रपति:  नमस्कार, मेरे साथी अमेरिकियों। हम इतिहास के एक अहम मोड़ पर हैं – उन क्षणों में से एक जहां हमारे द्वारा आज लिए जाने वाले फ़ैसले आने वाले दशकों के लिए भविष्य का निर्धारण करेंगे। मैं आज रात इसी बारे में आपसे बात करना चाहता हूं।

आप जानते हैं, आज सुबह ही मैं इज़रायल से लौटा हूं। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं किसी युद्ध के दौरान वहां जाने वाला पहला अमेरिकी राष्ट्रपति हूं।

मैंने प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों से मुलाक़ात की। और सर्वाधिक भावुकता भरा अनुभव था मेरा उन इज़रायलियों से मिलना जिन्होंने 7 अक्टूबर को हमास के हमले की भीषण भयावहता को व्यक्तिगत रूप से झेला था।

इज़रायल में 1,300 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई, जिनमें कम से कम 32 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। सैकड़ों निर्दोषों – शिशुओं से लेकर बुज़ुर्ग दादा-दादियों, इज़रायलियों और अमेरिकियों तक – को बंधक बना लिया गया।

जैसा कि मैंने हमास द्वारा बंदी बनाए गए अमेरिकियों के परिवारों से कहा, हम उनके प्रियजनों को घर लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रपति के रूप में मेरे लिए बंधक बनाए गए अमेरिकियों की सुरक्षा से बढ़कर कोई प्राथमिकता नहीं है।

आतंकवादी समूह हमास ने दुनिया पर शुद्ध, विशुद्ध दुष्टता थोपी है। लेकिन दुख की बात है कि यहूदी लोग जानते हैं, शायद किसी से भी बेहतर, कि जब लोग दूसरों को पीड़ा पहुंचाना चाहते हैं तो उनकी नीचता की कोई सीमा नहीं होती है।

इज़रायल में, मैं ऐसे लोगों से मिला जो मज़बूत, दृढ़संकल्पी, जीवटतापूर्ण होने के साथ-साथ क्रोधित, स्तब्ध और गहन पीड़ा में हैं।

मैंने फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष अब्बास से भी बात की और दोहराया कि अमेरिका फ़लस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए प्रतिबद्ध है। हमास के आतंकवादियों के कृत्यों के बावजूद ये अधिकार अक्षुण्ण हैं।

तमाम अन्य लोगों की तरह, मैं भी त्रासद फ़लस्तीनी जनहानि से दुखी हूं, जिसमें गाज़ा के एक अस्पताल में विस्फोट – जो कि इज़रायलियों द्वारा नहीं कराया गया – से हुई मौतें शामिल हैं।

हम प्रत्येक निर्दोष की मौत का शोक करते हैं। हम निर्दोष फ़लस्तीनियों की मानवता को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते जो केवल शांति से रहना और अपने लिए एक अवसर चाहते हैं।

आप जानते हैं, कि इज़रायल पर हमले में यूक्रेन के लोगों के खिलाफ़ लगभग 20 महीने से जारी युद्ध, त्रासदी और क्रूरता की प्रतिध्वनि है – वे लोग जो पुतिन द्वारा शुरू चौतरफा आक्रमण के बाद से अत्यंत आहत हैं।

हम सामूहिक क़ब्रों, यातना के निशान वाले शवों, रूसियों द्वारा हथियार के रूप में बलात्कार के इस्तेमाल, और हज़ारों यूक्रेनी बच्चों को उनके माता-पिता से चुराकर जबरन रूस भेजे जाने को नहीं भूले हैं। वीभत्स कृत्य।

हमास और पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उनमें ये बात साझा है: दोनों ही अपने पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं – उसे मटियामेट कर देना चाहते हैं।

हमास के अस्तित्व का घोषित उद्देश्य है – इज़रायल का विनाश और यहूदी लोगों की हत्या करना।

हमास फ़लस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। हमास फ़लस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है, और निर्दोष फ़लस्तीनी परिवारों को उनके कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

उधर, पुतिन इस बात से इनकार करते हैं कि यूक्रेन एक वास्तविक राष्ट्र है या कभी रहा है। उनका दावा है कि सोवियत संघ ने यूक्रेन का निर्माण किया। और अभी दो सप्ताह पहले, उन्होंने दुनिया को बताया कि यदि अमेरिका यूक्रेन के लिए जारी अपने सैन्य समर्थन से पीछे हटता है तो उसके सहयोगी देश भी ऐसा ही करेंगे, और यूक्रेन, उन्हीं के शब्दों में, “बस एक सप्ताह बचा रह पाएगा।” लेकिन हम पीछे नहीं हट रहे हैं।

मैं जानता हूं कि ये बहुत दूर के संघर्ष लग सकते हैं। और यह पूछना स्वाभाविक है: ये अमेरिका के लिए क्यों मायने रखते हैं?

तो आइए मैं आपके साथ साझा करता हूं कि इज़रायल और यूक्रेन की सफलता सुनिश्चित करना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है। आप जानते हैं, इतिहास ने हमें सिखाया है कि जब आतंकवादी अपने आतंक की क़ीमत नहीं चुकाते हैं, जब तानाशाह अपनी आक्रामकता की क़ीमत नहीं चुकाते हैं, तो वे अधिक अराजकता, मृत्यु और विनाश का कारण बनते हैं। वे अपने ढर्रे पर चलते रहते हैं, और अमेरिका एवं दुनिया के लिए लागत और खतरे बढ़ते रहते हैं।

इसलिए, अगर हम यूक्रेन में सत्ता और नियंत्रण की पुतिन की भूख पर लगाम नहीं लगाते हैं, तो वह खुद को सिर्फ यूक्रेन तक ही सीमित नहीं रखेंगे। पुतिन ने पहले ही पोलैंड को, उन्हीं के शब्दों में, “याद दिलाने” की धमकी दी है कि उसका पश्चिमी इलाक़ा उसे रूस से उपहार में मिला था।

उनके शीर्ष सलाहकारों में से एक, एक पूर्व रूसी राष्ट्रपति, ने एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया का रूस के “बाल्टिक प्रांतों” के रूप में उल्लेख किया है। ये सभी नैटो के सहयोगी राष्ट्र हैं।

75 वर्षों से, नैटो ने यूरोप में शांति बनाए रखी है और यह संगठन अमेरिकी सुरक्षा की आधारशिला रहा है। और अगर पुतिन किसी नैटो सहयोगी पर हमला करते हैं, तो हम नैटो के हर इंच की रक्षा करेंगे, जोकि नैटो संधि के तहत हमारा दायित्व है, और जो करना पड़ता है।

हमारे सामने ऐसी कोई स्थिति होगी जो हम नहीं चाहते हैं तो – मैं स्पष्ट करता हूं: हम नहीं चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिक रूस में लड़ें या रूस के खिलाफ़ लड़ें।

यूरोप से परे, हम जानते हैं कि हमारे सहयोगी देश और, शायद सबसे अहम बात, हमारे विरोधी और प्रतिस्पर्धी हमें देख रहे हैं। वे यूक्रेन के लिए किए जा रहे हमारे कार्यों को भी देख रहे हैं।

अगर हम पीछे हट जाते हैं और पुतिन को यूक्रेन की स्वतंत्रता को मिटाने देते हैं, तो दुनिया भर के भावी आक्रामकों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। संघर्ष और अराजकता का खतरा दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल सकता है – हिंद-प्रशांत क्षेत्र में, और विशेषकर मध्य पूर्व में।

ईरान यूक्रेन के खिलाफ़ रूस का समर्थन कर रहा है, और वह मध्य पूर्व क्षेत्र में हमास और अन्य आतंकवादी समूहों का समर्थन कर रहा है। और मैं बता दूं कि हम उन्हें जवाबदेह ठहराना जारी रखेंगे।

अमेरिका और पूरे क्षेत्र में हमारे साझेदार मध्य पूर्व के लिए बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, जहां मध्य पूर्व अधिक स्थिर हो, अपने पड़ोसियों से बेहतर तरीके से जुड़ा हो – भारत-मध्यपूर्व-यूरोप रेल कॉरिडोर जैसी नवीन परियोजनाओं के माध्यम से, जिसकी घोषणा मैंने इस साल दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के शिखर सम्मेलन में की थी। परस्पर संबद्धता के फ़ायदे अधिक पूर्वानुमेयता वाले बाज़ारों, अधिक रोज़गार, कम आक्रोश, कम शिकायतों, और कम युद्ध के रूप में मिलते हैं। इससे लोगों को फ़ायदा होता है – इससे मध्य पूर्व के लोगों को फ़ायदा होगा, और इससे हमें फ़ायदा होगा।

अमेरिकी नेतृत्व ही दुनिया को एकजुट रखता है। अमेरिकी गठबंधन ही हमें, अमेरिका को, सुरक्षित रखते हैं। और अमेरिकी मूल्य ही हमें ऐसा साझेदार बनाते हैं जिसके साथ अन्य देश काम करना चाहते हैं। यदि हम यूक्रेन से दूर जाते हैं या इज़रायल से मुंह मोड़ते हैं तो हम इन सबको खतरे में डाल रहे होंगे।

इसीलिए, कल, मैं कांग्रेस को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा ज़रूरतों को पूरा करने, इज़रायल और यूक्रेन सहित हमारे अहम साझेदारों का समर्थन करने हेतु एक तात्कालिक बजट अनुरोध भेजने जा रहा हूं।

यह एक स्मार्ट निवेश है जिसका अमेरिकी सुरक्षा हेतु लाभांश पीढ़ियों तक मिलेगा, यह अमेरिकी सैनिकों को खतरे से दूर रखने में मददगार होगा, हमारे बच्चों और पोते-पोतियों के लिए अधिक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और समृद्ध ऐसी दुनिया बनाने में सहायक होगा।

इज़रायल में, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास आज और हमेशा अपने लोगों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सारे संसाधन मौजूद हों।

जो सुरक्षा पैकेज मैं अमेरिकी कांग्रेस में भेज रहा हूं और कांग्रेस से जो करने का आग्रह कर रहा हूं वो इज़रायल की सुरक्षा के लिए एक अभूतपूर्व प्रतिबद्धता है जिससे इज़रायल की गुणात्मक सैन्य बढ़त मज़बूत हो सकेगी, जिसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं – गुणात्मक सैन्य बढ़त के लिए।

हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि आयरन डोम इज़रायल के आसमान की रक्षा करता रहे। हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि क्षेत्र के अन्य शत्रु पक्ष जान लें कि इज़रायल पहले से कहीं अधिक मज़बूत है और वे इस संघर्ष को फैलने से रोकें।

लेकिन इसी के साथ, प्रधानमंत्री नेतन्याहू और मैंने कल फिर इज़रायल के युद्ध संबंधी क़ानूनों के अनुसार काम करने की अहम ज़रूरत पर चर्चा की। इसका मतलब है युद्ध में उनके लिए जहां तक संभव हो आम नागरिकों की रक्षा करना। गाज़ा के लोगों को तत्काल भोजन, पानी और दवा की ज़रूरत है।

कल, इज़रायल और मिस्र के नेताओं के साथ बातचीत में मैंने गाज़ा में फ़लस्तीनी नागरिकों के वास्ते संयुक्तराष्ट्र की मानवीय सहायता की पहली खेप के लिए सहमति हासिल की।

यदि हमास इस खेप – इन खेपों का गंतव्य नहीं बदलता है या चोरी नहीं करता है, तो हम फ़लस्तीनियों के लिए जीवनरक्षक मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति का एक अवसर बना रहे होंगे।

और जैसा कि मैंने इज़रायल में कहा था: चाहे इसमें कितनी भी कठिनाई हो, हम शांति हेतु प्रयास नहीं छोड़ सकते। हम द्विराष्ट्र समाधान की कोशिश नहीं छोड़ सकते।

इज़रायल और फ़लस्तीनी लोग समान रूप से सुरक्षा, सम्मान और शांति से रहने के हक़दार हैं।

और, यहां स्वदेश में, हमें अपने प्रति ईमानदार रहना होगा। हाल के वर्षों में, बहुत अधिक नफ़रत को अत्यधिक ऑक्सीजन दी गई है, जिससे यहां अमेरिका में नस्लवाद को बढ़ावा मिला है, यहूदी विरोधी भावना और इस्लामोफ़ोबिया में वृद्धि हुई है।

हाल की घटनाओं के मद्देनज़र इसमें और भी तेज़ी आई है, जिसके कारण भयावह धमकियों और हमलों के मामले सामने आए हैं, जो हमारे लिए स्तब्धकारी होने के साथ ही हमारे दिलों को तोड़ते हैं।

7 अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमलों ने यहूदी समुदाय को गहरे ज़ख्म दिए हैं और भयानक यादों से रूबरू किया है।

आज, यहूदी परिवार स्कूलों में निशाना बनाए जाने, अपनी आस्था के प्रतीकों को पहनकर बाहर निकलने, या अपने रोज़मर्रा की गतिविधियों में भाग लेने को लेकर चिंतित हैं।

आप जानते हैं, मैं मुस्लिम अमेरिकी समुदाय या अरब अमेरिकी समुदाय, फ़लस्तीनी अमेरिकी समुदाय के कई लोगों को, तथा अन्य बहुत से लोगों को जानता हूं, जो क्षुब्ध और आहत हैं, और खुद से कह रहे हैं, “लो फिर आ गया,” उनका संदर्भ 9/11 के बाद दिखे इस्लामोफ़ोबिया और अविश्वास के माहौल से है।

अभी पिछले सप्ताह ही, एक मां को बेरहमी से चाकू मारा गया, एक छोटे लड़के की – यहां अमेरिका में – एक छोटे लड़के की, जो अभी छह साल का था, शिकागो के बाहर उसके घर में हत्या कर दी गई।

उसका नाम वाडेया था – वाडेया – एक स्वाभिमानी अमेरिकी, एक स्वाभिमानी फ़लस्तीनी अमेरिकी परिवार।

ऐसा होने पर हम मूकदर्शक बने खड़े नहीं रह सकते। हमें बिना किसी लाग-लपेट के यहूदी विरोध की निंदा करनी चाहिए। हमें बिना किसी लाग-लपेट के इस्लामोफ़ोबिया की भी निंदा करनी चाहिए।

और आपमें से जिन लोगों को पीड़ा पहुंच रही है, मैं चाहता हूं कि आप जान लें: मैं आपको देख रहा हूं। आप हमारे हैं। और मैं आपसे यह कहना चाहता हूं: आप सभी अमेरिकी हैं। आप सभी अमेरिका हैं।

यह एक ऐसा क्षण है – आप जानते हैं, ऐसे क्षणों में, जब भय, संदेह, गुस्सा और आक्रोश का बोलबाला हो, तो हमें उन मूल्यों को बनाए रखने के लिए पहले से कहीं अधिक मेहनत करनी होगी जो हमें हमारी पहचान देते हैं।

हम धार्मिक स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वाला देश हैं। हम सभी को स्कूलों या कार्यस्थलों या हमारे समुदायों में निशाना बनाए जाने के डर के बिना बहस करने और असहमत होने का अधिकार है।

और हमें हिंसा और कटुता का त्याग करना चाहिए, और एक-दूसरे को दुश्मन के रूप में नहीं बल्कि साथी अमेरिकियों के रूप में देखना चाहिए।

जब मैं कल इज़रायल में था, मैंने कहा कि जब अमेरिका ने 9/11 की विभीषिका का अनुभव किया था, तो हम भी आक्रोशित थे। हमने न्याय मांगा और पाया, लेकिन हमने गलतियां भी कीं। इसलिए, मैंने इज़रायल सरकार को आगाह किया कि वह गुस्से की आग में बेकाबू होने से बचे।

और यहां अमेरिका में, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम कौन हैं। हम सभी रूपों में नफ़रत को अस्वीकार करते हैं – चाहे वह मुसलमानों के खिलाफ़ हो, यहूदियों के खिलाफ़, या किसी और के खिलाफ़। महान राष्ट्र यही करते हैं और हम महान राष्ट्र हैं।

यूक्रेन पर, मैं कांग्रेस से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहा हूं कि हम यूक्रेन को बिना किसी रुकावट के अपनी और अपने देश की रक्षा के लिए ज़रूरी हथियार भेजना जारी रख सकें, ताकि यूक्रेन पुतिन की बर्बरता को रोक सके।

उन्हें सफलता मिली रही है।

जब पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण किया, तो उन्होंने सोचा कि वह कुछ ही दिनों में कीव और पूरे यूक्रेन पर कब्ज़ा कर लेंगे। लेकिन, एक साल से अधिक समय गुजरने के बाद, पुतिन विफल हो गए, और वह लगातार विफल हो रहे हैं। यूक्रेनी लोगों की बहादुरी के कारण कीव अभी भी मज़बूती से खड़ा है।

यूक्रेन ने एक समय रूसी सैनिकों के कब्ज़े में गए क्षेत्र के 50 प्रतिशत से अधिक हिस्से पर अपना अधिकार कर लिया है। उसे दुनिया भर के 50 से अधिक देशों के अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन का समर्थन प्राप्त है, जो कीव के समर्थन में अपनी-अपनी भूमिकाएं निभा रहे हैं।

अगर हम पीछे हटे तो क्या होगा? हमारे राष्ट्रों का समर्थन आवश्यक है।

इस बीच, पुतिन ने यूक्रेनी शहरों और लोगों को आतंकित करने के लिए हमलावर ड्रोन और गोला-बारूद खरीदने हेतु ईरान और उत्तर कोरिया का रुख किया है।

शुरू से ही, मैंने कहा है कि मैं यूक्रेन में लड़ने के लिए अमेरिकी सेना नहीं भेजूंगा।

यूक्रेन केवल मदद मांग रहा है – हथियारों और गोला-बारूद के लिए, क्षमता निर्माण के लिए, हमलावर रूसी सेना को अपनी ज़मीन से धकेलने की क्षमता के लिए, और यूक्रेनी शहरों को नष्ट करने का मौक़ा दिए बिना रूसी मिसाइलों को मार गिराने वाली वायु रक्षा प्रणाली के लिए।

और मैं एक बात स्पष्ट कर दूं: हम अपने भंडार में पड़ा साज़ोसामन यूक्रेन भेजते हैं। और जब हम कांग्रेस द्वारा आवंटित धन का उपयोग करते हैं, तो हम उसका इस्तेमाल अपने स्वयं के भंडार को भरने के लिए करते हैं – नए साज़ोसामान से अपने खुद के भंडार को भरने के लिए – ऐसे साज़ोसामान जो अमेरिका की रक्षा करते हैं और अमेरिका में निर्मित होते हैं: वायु रक्षा बैटरी के लिए एरिज़ोना में बनी पैट्रियट मिसाइलें; पेंसिल्वेनिया, ओहायो, टेक्सस समेत देश भर के 12 राज्यों में निर्मित तोपों के गोले; और ऐसे ही बहुत सारे उपकरण।

आप जानते हैं, दूसरे विश्वयुद्ध की तरह, आज देशभक्त अमेरिकी श्रमिक लोकतंत्र के शस्त्रागार का निर्माण कर रहे हैं और स्वतंत्रता के उद्देश्यों को पूरा कर रहे हैं।

मैं इस बात के साथ अपनी बात समाप्त करना चाहूंगा। इस साल की शुरुआत में, मैं पोलैंड की गुप्त उड़ान के लिए एयर फ़ोर्स वन में सवार हुआ। वहां, मैं पुतिन के खिलाफ़ साहसिक लड़ाई की पहली सालगिरह से पहले यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े होने के लिए कीव तक की 10 घंटे की एक तरफ की यात्रा हेतु काली की गई खिड़कियों वाली एक ट्रेन में सवार हुआ।

मुझे बताया गया है कि राष्ट्रपति लिंकन के बाद मैं अमेरिकी सेना के नियंत्रण से परे किसी युद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने वाला पहला अमेरिकी राष्ट्रपति था।

मेरे साथ बस सुरक्षाकर्मियों का एक छोटा सा समूह और कुछ सलाहकार थे।

लेकिन जब मैं उस ट्रेन से बाहर निकला और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मिला, तो मुझे अकेलापन महसूस नहीं हुआ। मैं अपने साथ लेकर आया था अमेरिका का विचार, उन लोगों से अमेरिका का वादा जो आज उन्हीं चीज़ों के लिए लड़ रहे हैं जिनके लिए हमने 250 साल पहले लड़ाई लड़ी थी: स्वतंत्रता, स्वाधीनता, आत्मनिर्णय।

और जब मैं राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ कीव में चल रहा था, दूर से हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन की आवाज़ आ रही थी, तो मैंने उस बात को कहीं अधिक दृढ़ता से महसूस किया, जिस पर मैं हमेशा विश्वास करता था: अमेरिका अभी भी दुनिया के लिए एक प्रकाशस्तंभ है। आज भी।

जैसा कि मेरी मित्र मेडलीन अलब्राइट ने कहा था, हम “अपरिहार्य राष्ट्र” हैं।

आज रात, दुनिया भर में ऐसे निर्दोष लोग मौजूद हैं जो हमारी वजह से आशा करते हैं, जो हमारी वजह से बेहतर जीवन में विश्वास करते हैं, जो हमारे द्वारा भुलाए न जाने के लिए व्यग्र हैं, और जो हमारी प्रतीक्षा कर रहे हैं।

लेकिन समय का बड़ा महत्व होता है।

मैं जानता हूं कि स्वदेश में हमारे अपने मतभेद हैं। हमें उनसे आगे निकलना होगा। हम एक महान राष्ट्र के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियों के रास्ते में क्षुद्र, पक्षपाती, आक्रोशित राजनीति को बाधा बनने नहीं दे सकते।

हम हमास जैसे आतंकवादियों और पुतिन जैसे अत्याचारियों को जीतने नहीं दे सकते और न ही जीतने देंगे। मैं ऐसा होने देने की इजाज़त नहीं दे सकता।

ऐसे क्षणों में, हमें खुद याद दिलाना होगा – हमें याद रखना होगा कि हम कौन हैं। हम संयुक्त राज्य अमेरिका हैं – संयुक्त राज्य अमेरिका। और अगर हम साथ मिलकर प्रयास करते हैं तो हमारी क्षमता से बाहर कुछ भी नहीं है।

मेरे साथी अमेरिकियों, अपना समय देने के लिए आपका धन्यवाद।

आप सब पर ईश्वर की कृपा बनी रहे। और ईश्वर हमारे सैनिकों की रक्षा करें।

अपराह्न 8:17 ईडीटी


मूल स्रोत: https://www.whitehouse.gov/briefing-room/speeches-remarks/2023/10/20/remarks-by-president-biden-on-the-unites-states-response-to-hamass-terrorist-attacks-against-israel-and-russias-ongoing-brutal-war-against-ukraine/ 

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।

U.S. Department of State

The Lessons of 1989: Freedom and Our Future