अमेरिकी विदेश विभाग
प्रवक्ता का कार्यालय
सितंबर 23, 2021
इंटरव्यू
हैरी एस. ट्रूमैन बिल्डिंग
वाशिंगटन डीसी
**असंपादित/ड्राफ़्ट**
प्रश्न: हैती की स्थिति और अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर हेशियन प्रवासियों की बढ़ी संख्या पर चर्चा करने के लिए हमारे साथ हैं उप विदेश मंत्री, राजदूत वेंडी शर्मन। राजदूत शर्मन, बातचीत का समय निकालने के लिए धन्यवाद। आपसे फिर से मिलकर अच्छा लग रहा है।
उप विदेश मंत्री शर्मन: आपसे भी मिलकर अच्छा लगा। और माइकल, मुझे लगता है कि इसे सुनने वाला हर व्यक्ति हेशियन लोगों और उनके एवं उनके देश के समक्ष मौजूद बेहद कठिन परिस्थितियों पर हमारी चिंताओं को साझा करता है।
प्रश्न: हैती के लिए राष्ट्रपति के विशेष दूत ने इस्तीफ़ा दे दिया है, है ना? और मैं उनको उद्धृत करता हूं, “मैं हज़ारों हेशियन शरणार्थियों और अवैध आप्रवासियों को वापस हैती भेजने के अमेरिका के अमानवीय और प्रतिकूल प्रभावों वाले निर्णय का समर्थन नहीं कर सकता।” आप इससे सहमत हैं या असहमत?
उप विदेश मंत्री शर्मन: माइकल, हैती पर पूर्व विशेष दूत फ़ुट के नेतृत्व में हुई बैठकों समेत कई उच्चस्तरीय नीतिगत बैठकें हुई हैं, जिनमें तमाम प्रस्तावों पर एक ठोस और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत विचार किया गया। स्पष्टतया, उनमें से कुछ प्रस्ताव हैती में लोकतंत्र को बढ़ावा देने और वहां स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव, ताकि हेशियन लोग अपना भविष्य खुद चुन सकें, के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के लिए नुक़सानदेह थे। मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है, पर उनका ये कहना निराधार है कि प्रस्तावों की अनदेखी की गई।
प्रश्न: उन्होंने यह भी लिखा है कि एरियल हेनरी के साथ राजनीतिक समझौते के समर्थन के अमेरिकी निर्णय ने, उन्हीं के शब्दों में, “हैती में अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक हस्तक्षेप के चक्र को जारी रखा है जिसने कि लगातार विनाशकारी परिणाम दिया है।” इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
उप विदेश मंत्री शर्मन: इस पर मेरी प्रतिक्रिया वही है जिस पर मैंने शुरुआत में ज़ोर दिया, कि हमारा हित इस बात में है कि हेशियन जनता स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के ज़रिए खुद अपना भविष्य तय कर सके। हम इस भविष्य के संदर्भ में किसी का पक्ष नहीं ले रहे हैं। यह फ़ैसला हेशियन जनता को करना है। बेशक, हम उन लोगों से बात कर रहे हैं जो वर्तमान में हैती में सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं क्योंकि इन परिस्थितियों में इसकी ज़रूरत है, लेकिन हम हैती में लोकतंत्र के समर्थक हैं। और, श्री फ़ुट के विचारों में से एक था अमेरिकी सेना को वापस हैती भेजना। मैं क्लिंटन प्रशासन के समय से हैती के मामलों पर नज़र रख रही हूं, और मैं आपको बता सकती हूं कि हैती में अमेरिकी सेना भेजना वो क़दम नहीं है जोकि उस भयानक स्थिति का समाधान कर सके जिसका कि वर्तमान में हेशियन लोग सामना कर रहे हैं। यह बिल्कुल बुरा प्रस्ताव था।
प्रश्न: और डेनियल फ़ुट की जगह किसे मिलेगी?
उप विदेश मंत्री शर्मन: मुझे नहीं पता कि हमें उनकी जगह भरने की आवश्यकता है। एक तरह से, हमने भयानक तूफ़ानों और भूकंपों तथा निर्धनता जैसी अन्य कठिनाइयों से जूझते हेशियन लोगों को देखते हुए और फिर हैती के राष्ट्रपति की हत्या हो जाने के बाद एक विशेष दूत नियुक्त किया था। लेकिन हमारे पास हैती में एक उत्कृष्ट राजदूत, मिशेल सिसॉन हैं, जो भविष्य में यहां अमेरिका में एक पद के लिए नामांकित हैं। हमें उन पर और उनके नेतृत्व में पूरा विश्वास है।
प्रश्न: क्या वहां संकटों की हाल की श्रृंखला के बाद देश के पुनर्निर्माण में मदद के लिए प्रशासन हैती पुनर्निर्माण आयोग बनाएगा, जोकि हम समझते हैं एक विचाराधीन प्रस्ताव है?
उप विदेश मंत्री शर्मन: मैं समझती हूं हम हेशियन जनता की मदद के लिए सभी विकल्पों पर काम कर रहे हैं। हम इस उद्देश्य के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हमने 2010 के बाद से – मैं यहां अपने नोट्स देख रही हूं – अमेरिका ने वहां मानवीय सहायता के साथ-साथ दीर्घकालिक आर्थिक रिकवरी, पुनर्निर्माण और विकास कार्यक्रमों में 5.1 बिलियन डॉलर से अधिक का बहुवर्षीय निवेश किया है। ब्रायन निकोल्स, पश्चिमी गोलार्ध मामलों के हमारे सहायक विदेश मंत्री – जिनकी नियुक्ति की हाल ही में पुष्टि हुई है, जिसके लिए अमेरिकी सीनेट को धन्यवाद – अगले सप्ताह हुआन गोंज़ालेज़, जो एनएससी में वरिष्ठ निदेशक हैं, के साथ यह देखने के लिए हैती जा रहे हैं कि वहां आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीक़ा क्या है। और हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि हम वहां सिविल सोसायटी से बात करें ताकि हम खुद हैती के लोगों से यह जान सकें कि उनके लिए आगे की राह क्या है। बेशक, भूकंप के बाद से ही उन्हें लगातार सहायता दी जा रही है।
प्रश्न: राजदूत, एक अंतिम प्रश्न। विशेष दूत फ़ुट का कहना है कि फ़िलहाल हैती में इस साल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव लायक़ स्थितियां नहीं हैं। क्या आप इससे सहमत हैं?
उप विदेश मंत्री शर्मन: मैं समझती हूं सहायक विदेश मंत्री निकोल्स राजदूत सिसॉन के साथ मिलकर काम करेंगे और सिविल सोसायटी से जानने की कोशिश करेंगे कि हम यथाशीघ्र स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु निर्णय लेने में हेशियन लोगों की किस तरह से मदद कर सकते हैं। फिर से मैं कहना चाहूंगी, कि ऐसा कोई नहीं है जो ये नहीं देख रहा हो कि हैती में क्या हो रहा है – स्थिति बहुत भयावह है। और, हम हेशियन जनता की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहते हैं। यह हमेशा से अमेरिकी विदेश नीति का उद्देश्य रहा है।
प्रश्न: राजदूत, हमसे बात करने हेतु समय देने के लिए फिर से आपका धन्यवाद। आपसे मिलकर खुशी हुई।
उप विदेश मंत्री शर्मन: धन्यवाद।
अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।