Homeहिन्दी ...गौरव माह के अवसर पर संदेश hide गौरव माह के अवसर पर संदेश हिंदी में अनुवाद 1 जून 2021 अमेरिकी विदेश विभाग प्रेस बयान एंटनी जे. ब्लिंकन, विदेश मंत्री जून 1, 2021 इस वर्ष के गौरव माह (प्राइड मंथ) के दौरान हम एक महत्वपूर्ण संदेश पर ज़ोर दे रहे हैं: “आप शामिल हैं।” विदेश विभाग के लोगों के विविध अनुभव, दृष्टिकोण और योगदान हमारी संस्था को मज़बूती देते हैं और अमेरिकी कूटनीति के लक्ष्यों को आगे बढ़ाते हैं। अनेकों के मिलने से, हम एक हैं। विदेशों में लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीयर और इंटरसेक्स (एलजीबीटीक्यूआई+) लोगों के मानवाधिकारों के मुद्दों पर अमेरिकी सहभागिता बढ़ाने के लिए विदेश विभाग प्रतिबद्ध है। ऐसा करते हुए, हम दुनिया भर में साझेदारों के साथ काम करते हैं जो अनूठी चुनौतियों और अभिनव समाधानों से जुड़ी अपनी विशेषज्ञता साझा करते हैं। हमारा मानना है कि इन साझेदारियों के माध्यम से हम सभी एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के लिए अधिक सुरक्षित और अधिक समावेशी वैश्विक समाज का निर्माण करने में सक्षम होंगे। हम ख़ासकर हाशिए पर पड़े एलजीबीटीक्यूआई+ समुदायों के समक्ष मौजूद गंभीर चुनौतियों की दृश्यता बढ़ाने और उनका समाधान करने के लिए भी प्रयासरत हैं, जिनमें महिलाएं और बालिकाएं, नस्लीय और धार्मिक अल्पसंख्यक; विकलांग व्यक्ति; और ट्रांसजेंडर, विविध लिंगी एवं इंटरसेक्स व्यक्ति शामिल हैं। इस जून में गौरव माह मनाते हुए, आइए हम एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के मानवाधिकारों के लिए संघर्ष में मिली सफलताओं का जश्न मनाने के साथ-साथ अब भी मौजूद चुनौतियों को भी स्वीकार करें। अपनी और अपने प्यार से जुड़ी पहचान के कारण दुनिया भर में एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों को भेदभाव, हिंसा और अन्य प्रकार के उत्पीड़नों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि हमें और भी प्रगति करनी है, पर विदेश विभाग को अपने मिसाल की ताक़त के ज़रिए नेतृत्व करने पर गर्व है, जिसमें सभी व्यक्तियों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने में हमारे कार्यबल के एलजीबीटीक्यूआई+ सदस्यों द्वारा पेश मिसाल शामिल है। हमारी गौरवशाली विविधतापूर्ण पहचान है, लेकिन हम सभी की स्वतंत्रता और गरिमा के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता को लेकर एकजुट हैं। मूल स्रोत: https://www.state.gov/on-pride-month/ अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।