व्हाइट हाउस
सितंबर 20, 2021
इंटरकॉन्टिनेंटल न्यूयॉर्क बार्कले
न्यूयॉर्क
प्रमुख अंश
राष्ट्रपति बाइडेन: महासचिव महोदय, संयुक्तराष्ट्र में इस वर्ष के उच्चस्तरीय सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर मुझसे मिलने का वक़्त निकालने के लिए आपका धन्यवाद। आपके प्रमुख अधिकारियों से मिलकर खुशी हुई। और, मैं महामारी के दौरान, साथ ही तमाम वैश्विक संकटों और चुनौतियों से निपटने में संयुक्तराष्ट्र का निरंतर नेतृत्व करने हेतु आपका आभार जताना चाहता हूं।
अमेरिका और संयुक्तराष्ट्र के बीच मज़बूत साझेदारी साझा मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित है। और इस समय, ये संबंध पहले के मुक़ाबले कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं।
अमेरिका विश्व मंच पर वापस आ गया है। हमारा संयुक्तराष्ट्र और इसके मूल्यों में यक़ीन है। आज हम कोविड-19 को समाप्त करने और मानवता के लिए अब तक के सबसे गंभीर जलवायु संकट के ख़तरे से निपटने की दिशा में जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका सामना केवल वैश्विक समाधानों के ज़रिए ही किया जा सकता है। ये कोई एक देश नहीं कर सकता या दस देश मिलकर नहीं कर सकते।
महासचिव और मैं मानव स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा के सिद्धांतों, जिन पर संयुक्तराष्ट्र की स्थापना हुई थी, के प्रति मज़बूत प्रतिबद्धता साझा करते हैं।
मैंने संयुक्तराष्ट्र के चार्टर को फिर से पढ़ा। मुझे याद है – हम कभी-कभी भूल जाते हैं कि संस्थापक सिद्धांत क्या थे – आप नहीं, बल्कि हम – पूरी दुनिया। संयुक्तराष्ट्र के प्रत्येक सदस्य राष्ट्र का भी दायित्व है उन मूलभूत प्रतिबद्धताओं को क़ायम रखना – जो हमने जताई हैं। यह चुनौती कितनी बड़ी है ये हम सबके सामने है, और यह वास्तविक है। लेकिन संयुक्तराष्ट्र के संकल्प में कभी भी महत्वाकांक्षा की कमी नहीं रही – हमारे संविधान की तरह। लेकिन महत्वाकांक्षा मायने रखती है।
आज सरकारों को सभी को समान रूप से समृद्धि, शांति और सुरक्षा प्रदान करने के वास्ते अंतरराष्ट्रीय क़ानून पर आधारित व्यवस्था के दायरे में मिलकर काम करते रहना चाहिए। और ऐसा करना आज भी उतना ही मूल्यवान और आवश्यक है जितना कि 76 साल पहले था।
इसलिए, मैं कल महासभा में बोलने के लिए – यह कितने बड़े सम्मान की बात होगी – और आज हमारी बैठक के लिए तत्पर हूं।
इस अवसर के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।