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अमेरिकी विदेश विभाग
एंटनी जे. ब्लिंकन, विदेश मंत्री
प्रेस वक्तव्य
जून 1, 2022

50 से अधिक वर्षों से, दुनिया भर के लोग मिलकर प्राइड मंथ मनाते रहे हैं, जब हम एलजीबीटीक्यूआई+ समुदाय की आकर्षक विविधता का उत्सव मनाते हैं, और यह स्वीकार करते हैं कि एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के आंदोलन ने संघर्ष और प्रगति दोनों का ही अनुभव किया है। प्राइड मंथ 1969 में हुए स्टोनवेल विद्रोह की याद में मनाया जाता है, जब एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों ने पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उनके विरोध ने आगे चलकर एक मानवाधिकार आंदोलन का रूप ले लिया। उस आंदोलन ने अंततः एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के मानवाधिकारों को अधिक स्वीकृति दिलाने में मदद की और अमेरिकी लोकतंत्र को मज़बूत किया। देश तब अधिक मज़बूत होते हैं जब सभी लोगों – लैंगिक झुकाव, लैंगिक पहचान या अभिव्यक्ति, या लैंगिक विशेषताओं पर ध्यान दिए बिना – को अपने समाज के स्वतंत्र और समान सदस्य के रूप में पूर्ण मान्यता दी जाती हो।

दुनिया भर में एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के साथ हो रहा व्यवहार मौजूदा दौर के प्रमुख मानवाधिकार मुद्दों में से एक है। एलजीबीटीक्यूआई+ समुदाय को अब भी अस्वीकार्य हिंसा और भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग एलजीबीटीक्यूआई+ समुदाय के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने का प्रयास कर रहे हैं, उन पर हमलों का ज़्यादा ही ख़तरा होता है। आज बहुत से देशों में एलजीबीटीक्यूआई+ से संबंधित पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है और एलजीबीटीक्यूआई+ संबंधी मुद्दों को खुलकर उठाने नहीं दिया जाता है। अक्सर प्राइड मंथ से जुड़े आयोजनों तक को सरकारों द्वारा प्रतिबंधित कर दिया जाता है या नफ़रत से प्रेरित लोग उनमें हिंसक बाधा डालते हैं।

विदेश विभाग एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है, जोकि दुनिया भर में एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने संबंधी राष्ट्रपति बाइडेन की उद्घोषणा के अनुरूप है। विदेश विभाग ने लिंग स्वप्रमाणन की अनुमति देते हुए अमेरिकी पासपोर्ट के लिए आवेदन संबंधी नीतियों को अपडेट किया है और लैंगिक पहचान के लिए “X” चिन्ह डालने का विकल्प उपलब्ध कराया है। हमने वार्षिक मानवाधिकार रिपोर्ट जारी की है जिसमें एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों के मानवाधिकार हनन की घटनाओं का व्यापक कवरेज शामिल है। एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों को अनुचित तरीक़े से गिरफ़्तार किए जाने के मामलों में हमने अदालती कार्यवाही पर नज़र रखी है। हमने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि एलजीबीटीक्यूआई+ लोग और उनके परिजन पूर्ण समानता के पात्र हैं, और हम विवाह संबंधी समानता के मुद्दे पर स्थानीय अधिकारवादियों के साथ खड़े हैं। हमने एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों को घृणाजनित अपराधों का शिकार बनाए जाने के मामलों को उठाया है। हमने एक अहम उपलब्धि भी हासिल की है: ग्लोबल इक्वलिटी फ़ंड ने अग्रिम पंक्ति में मौजूद एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों के मानवाधिकारों के लिए किए जा रहे प्रयासों के समर्थन में 100 से अधिक देशों में 100 मिलियन डॉलर से अधिक प्रदान करने के लक्ष्य को हासिल किया है। ये सारे कार्य करते हुए हमें इस बात का अहसास है कि अमेरिकियों को स्वदेश में एलजीबीटीक्यूआई+ व्यक्तियों के लिए समानता और सम्मान सुनिश्चित करने हेतु अभी बहुत काम करना है।

प्राइड मंथ के अवसर पर अमेरिकी विदेश विभाग दुनिया भर में एलजीबीटीक्यूआई+ लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा करने और उन्हें बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि करता है।


मूल स्रोत:  https://www.state.gov/commemorating-pride-month/

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।

U.S. Department of State

The Lessons of 1989: Freedom and Our Future