अमेरिकी विदेश विभाग
एंटनी जे. ब्लिंकन, विदेश मंत्री
संबोधन
प्रेस ब्रीफ़िंग रूम
दिसंबर 23, 2022
विदेश मंत्री ब्लिंकन: आप सबको आज यहां देखकर बहुत अच्छा लग रहा है।
हमारे प्रशासन के पहले वर्ष में, हमने अमेरिका के गठबंधनों और साझेदारियों को पुनर्निर्मित और पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया, साथ ही उन्हें समान उद्देश्य वाले नए गठबंधनों से जोड़ा भी। जैसा कि आप सबने देखा, हमने नैटो, यूरोपीय संघ, संयुक्तराष्ट्र, जी7, आसियान, ओईसीडी के साथ अपने संबंधों को नए सिरे से मज़बूत किया। हमने क्वाड को प्राथमिकता दी और सुदृढ़ किया। हमने ऑकस, अमेरिका-यूरोप व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद सहित कई अन्य समूहों का गठन किया।
इसके पीछे सरल और सीधा तर्क था: जब हम अपने मौलिक हितों और मूल्यों को साझा करने वाले अन्य देशों के साथ मिलकर प्रयास करते हैं तो हम वास्तव में अमेरिकी लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों को हल करने के लिए बुनियादी तौर पर मज़बूत स्थिति में होते हैं।
दूसरे वर्ष में, हमने दिखाया कि क्यों यह एक स्मार्ट और महत्वपूर्ण निवेश था। चाहे हम सामरिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा उत्पन्न ख़तरों और जोखिमों से निपट रहे हों, जलवायु संकट और महामारी जैसी वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला कर रहे हों, या अमेरिकियों के जीवन को प्रत्यक्षत: बेहतर करने के अवसरों का लाभ उठा रहे हों, हमारे गठबंधनों और हमारी साझेदारियों का योगदान महत्वपूर्ण रहा।
हम अमेरिकी देशों के शिखर सम्मेलन, अमेरिका-अफ्रीका के नेताओं के शिखर सम्मेलन, प्रथम अमेरिका-प्रशांत द्वीपीय देश शिखर सम्मेलन और अमेरिका-आसियान विशेष शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करते हुए दुनिया भर से अपने जुड़ाव को व्यापक और गहरा करने की दिशा में निरंतर बढ़ते रहे।
हमने स्वदेश में अपनी आर्थिक ताक़त और तकनीकी बढ़त में अभूतपूर्व निवेश करे जबरदस्त शक्ति और विश्वसनीयता हासिल की है, जिसमें शामिल हैं द्विदलीय इंफ्रास्ट्रक्चर एक्ट, चिप्स एक्ट और इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट।
इसलिए आज मैं, आपकी सहनशीलता पर भरोसा करते हुए, 2022 में कूटनीति के लिए सर्वाधिक परिणामी साबित हुए चार अहम क्षेत्रों की चर्चा के लिए कुछ मिनट देना चाहूंगा।
सर्वप्रथम, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए दुनिया को एकजुट किया कि यूक्रेन पर रूस का हमला एक रणनीतिक विफलता है। 24 फरवरी के बाद से, हमने अपने देश के लोकतंत्र, उसकी संप्रभुता और उसकी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे यूक्रेनी जनता के लिए सुरक्षा, आर्थिक और मानवीय सहायता संबंधी समर्थन बढ़ाने हेतु दर्जनों सहयोगी देशों और साझेदारों को एकजुट किया है। हमारे सामूहिक समर्थन – जिसमें राष्ट्रपति द्वारा कल घोषित 1.85 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त अमेरिकी सैन्य सहायता शामिल है – ने यूक्रेन के लड़ाकों को अपने लोगों को मुक्त कराने और अपने अधिकाधिक क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण करने हेतु जवाबी हमले करने में सक्षम बनाया है।
नैटो कभी भी इतना अधिक मज़बूत या एकजुट नहीं था। इस गठबंधन ने एक नई सामरिक अवधारणा को अपनाया और हमारी सामूहिक रक्षा के लिए इसने अतिरिक्त सैन्य बल और संसाधन जोड़े। हमने नैटो के पूर्वी छोर पर तैनात बलों की संख्या दोगुनी कर दी। हमने बाल्टिक देशों में सैन्य तैनाती बढ़ा दी। हम फ़िनलैंड और स्वीडन को गठबंधन में नए सदस्यों के रूप में शामिल करने के कगार पर हैं।
हमने राष्ट्रपति पुतिन और उनके छेड़े युद्ध में योगदान करने वाले किरदारों पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध और निर्यात नियंत्रण लगाने के लिए अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथमिलकर काम किया। इससे धन, साज़ोसामान और युद्ध के लिए अहम प्रौद्योगिकियों तक रूसी सेना की पहुंच काफी कम हो गई है। हर तरह से, रूसी युद्ध मशीन मुश्किलों में घिरा है। उद्देश्य की इस एकता और साथ ही कार्रवाई संबंधी इस एकता को बनाने और क़ायम रखने में अमेरिकी राजनयिक नेतृत्व की भूमिका अपरिहार्य रही है। इस बीच, हमने संयुक्तराष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में रूस को अलग-थलग करने तथा संयुक्तराष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों, जिन्हें राष्ट्रपति पुतिन छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, के लिए वैश्विक समर्थन की पुनर्पुष्टि हेतु अपनी कूटनीतिक ताक़त का उपयोग किया।
लेकिन, हम जानते हैं कि यूक्रेनी लोगों को आगे सर्दी के कठिनाई भरे दिनों का सामना करना है, क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेनी पुरुषों, महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों को ठंड से मारने के प्रयास की अपनी नई रणनीति पर चल रहे हैं। हम जी7 और अन्य सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ मिलकर यूक्रेन की ऊर्जा अवसंरचना की मरम्मत, प्रतिस्थापन और सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं, जिसमें पैट्रियट मिसाइल बैटरी जैसी अचूक प्रणालियों के माध्यम से उसके उन्नत वायु रक्षा तंत्र को और मज़बूत करना शामिल है, जिसके बारे में कल राष्ट्रपति बाइडेन ने घोषणा की थी।
चाहे जितना वक़्त लगे हम यूक्रेन के साथ रहेंगे। राष्ट्रपति बाइडेन ने व्यक्तिगत रूप से यही संदेश राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को व्हाइट हाउस में उनकी मेज़बानी करते हुए दिया। इस प्रतिबद्धता को कांग्रेस में मज़बूत और जोशीला द्विदलीय समर्थन प्राप्त है, जो कल रात खुलकर दिख रहा था।
इस समर्थन को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन सार्थक कूटनीति में अब भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हम राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से सहमत हैं कि कूटनीति रूस के युद्ध के सुनिश्चित अंत का एकमात्र तरीका है। जब तक राष्ट्रपति पुतिन अपना रास्ता नहीं बदलते, न्यायसंगत और टिकाऊ शांति की संभावनाओं को बढ़ाने का, वास्तव में अर्थपूर्ण कूटनीति की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का, सबसे अच्छा तरीका है यूक्रेन के लिए अपने मज़बूत समर्थन को बनाए रखना।
दूसरे, हमने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) के मुद्दे पर अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ रणनीतिक एकीकरण को तेज़ किया। यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि जहां रूस मुक्त और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए तात्कालिक ख़तरा है, वहीं पीआरसी हमारा एकमात्र प्रतिस्पर्धी है, जो अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को नया आकार देने का इरादा रखता है और साथ ही इस उद्देश्य को पाने के लिए वह निरंतर आर्थिक, कूटनीतिक, सैन्य और तकनीकी शक्ति भी हासिल कर रहा है।
गत मई महीने में, मैंने पीआरसी द्वारा पेश की गई चुनौती का सामना करने के लिए अपनी रणनीति घोषित की: स्वदेश में अपनी ताक़त की बुनियाद में निवेश करना; अपने साझेदारों और सहयोगी देशों के साथ मिलकर चलना; और चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करना ताकि हम अपने हितों की रक्षा कर सकें और भविष्य की अपनी संकल्पना को साकार कर सकें। हमारी कूटनीति ने उस रणनीति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हमने एक मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण निर्धारित किया है जिसमें क्षेत्र के अंदर और बाहर के हमारे कई साझेदारों के विचार समाहित हैं, और इसके बाद साझेदारों ने भी अपनी रणनीतियों को संशोधित किया है। यूरोपीय संघ के साथ मिलकर हमने पीआरसी द्वारा पेश की गई प्रमुख चुनौतियों के खिलाफ़ अपने परस्पर पूरक उपायों को मज़बूत किया है। हमने संवेदनशील और उभरती प्रौद्योगिकियों से संबंधित निवेश प्रस्तावों की जांच और निर्यात नियंत्रण पर अपने सहयोग को गहरा किया है।
पहली बार, नैटो की सामरिक अवधारणा में ट्रांसअटलांटिक सुरक्षा को पीआरसी से मिलने वाली संस्थागत चुनौतियों से निपटने हेतु प्रतिबद्धता को शामिल किया गया। हमने ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूज़ीलैंड और अपने अन्य प्रशांतीय सहयोगियों के साथ नैटो के समन्वय को गहरा किया।
हम ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को लेकर एकजुट हैं, और हम शिनजियांग और तिब्बत में पीआरसी द्वारा मानवाधिकार हनन तथा हांगकांग में अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता के क्षरण के खिलाफ़ मिलकर आवाज़ उठाना और कार्रवाई करना जारी रख रहे हैं।
भले ही हमने पीआरसी के साथ ज़ोरदार प्रतिस्पर्धा की, हमने इस प्रतिस्पर्धा को संघर्ष में बदलने से रोकने की दिशा में सावधानीपूर्वक काम भी किया। राष्ट्रपति बाइडेन और राष्ट्रपति शी की बाली में हुई स्पष्ट और उपयोगी बातचीत – जिसे मैं अगले साल के शुरू में अपने पीआरसी दौरे के समय आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं – के आधार पर हम अपने संबंधों का ज़िम्मेदारीपूर्ण प्रबंधन करते रहेंगे। और हम उन मुद्दों पर परस्पर सहयोग करते रहेंगे जिनके लिए अमेरिका और चीन के मिलकर काम करने की दरकार है – न सिर्फ अपनी जनता की बेहतरी के लिए, बल्कि दुनिया भर के लोगों की भलाई के लिए भी।
तीसरी बात, हमने खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और जलवायु, समावेशी आर्थिक विकास सहित अपने समक्ष मौजूद उन साझा वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए व्यापक गठबंधन बनाए, जिनका कि अमेरिकियों की जिंदगी और आजीविका पर वास्तविक प्रभाव पड़ता है, और जिन्हें हम अपने दम पर प्रभावी ढंग से हल नहीं कर सकते।
हमने अभूतपूर्व वैश्विक खाद्य सुरक्षा संकट के खिलाफ़ वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व किया। कोविड, जलवायु संकट और संघर्षों से संचालित इस संकट की गंभीरता राष्ट्रपति पुतिन के युद्ध के कारण बढ़ गई है।
अकेले 2022 में, हमने मानवीय और खाद्य सुरक्षा सहायता में 11 बिलियन डॉलर का योगदान दिया। हमने खाद्य सुरक्षा पर मंत्रिस्तरीय बैठक की तथा अफ़्रीकी संघ और यूरोपीय संघ के साथ शिखर सम्मेलनों की मेज़बानी की ताकि तत्काल जीवनरक्षा के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जा सके, और साथ ही प्रभावित देशों को टिकाऊ और धारणीय कृषि उत्पादन क्षमता विकसित करने में मदद मिल सके।
हमने कोविड-19 महामारी के गंभीर चरण का अंत करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की – वैश्विक प्रयासों के लिए लगभग 20 बिलियन डॉलर प्रदान करते हुए, और 115 से अधिक देशों को सुरक्षित एवं प्रभावी टीकों की 670 मिलियन से अधिक खुराक सौंपते हुए।
हमने ग्लोबल एक्शन प्लान शुरू किया और उसका नेतृत्व किया, जिसके तहत टीकाकरण करने, स्वास्थ्य संबंधी सप्लाई चेन को मज़बूत करने, और गलत एवं भ्रामक सूचनाओं से निपटने के लिए दर्जनों देशों को साथ लाया गया।
हमने यह सुनिश्चित करने के लिए भी क़दम उठाए कि भविष्य की महामारियों को रोकने, उनका पता लगाने और उनसे देने के लिए दुनिया बेहतर तरीके से तैयार रह सके। हमने जी20 के साथ मिलकर एक नया विश्व बैंक कोष बनाने के लिए काम किया ताकि देशों को महामारी के खिलाफ़ बेहतर तैयारी करने में मदद मिल सके। हम लैटिन अमेरिका में, अपने स्वयं के गोलार्ध में, अगले पांच वर्षों में 500,000 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। हम अफ्रीका में स्वास्थ्यकर्मियों को तैयार करने में 2025 तक 4 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे।
जहां तक जलवायु की बात है, हमने स्वदेश और विदेशों में ऐतिहासिक निवेश का लाभ उठाते हुए स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में संक्रमण और गर्म जलवायु के प्रभावों के खिलाफ़ अनुकूलन के प्रयासों को तेज़ किया। यह केवल हमारी ज़िम्मेदारी मात्र नहीं है; हम इसे अमेरिकियों के लिए अच्छे वेतन वाली नौकरियां सृजित करने के दशकों में एक बार आने वाले अवसर के रूप में भी देखते हैं।
हमने अपनी अर्थव्यवस्थाओं को अधिक मज़बूत, अधिक टिकाऊ, अधिक समृद्ध, अधिक समावेशी बनाने के लिए नई क्षेत्रीय साझेदारियां की हैं – जिनमें समृद्धि हेतु हिंद-प्रशांत आर्थिक संधि, जिसके सदस्य वैश्विक जीडीपी के 40 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं, और आर्थिक समृद्धि हेतु अमेरिकी देशों की साझेदारी शामिल हैं।
जी7 के साथ मिलकर, हमने निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बुनियादी ढांचे में निवेश के वास्ते एक उच्च मानकों वाला पारदर्शी विकल्प विकसित करने हेतु 600 बिलियन डॉलर की पार्टनरशिप फ़ॉर ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट या पीजीआईआई शुरू की।
चौथी बात, हमने अमेरिकी कूटनीति की ताक़त का उपयोग शांति स्थापित करने तथा संघर्षों को रोकने और उनके प्रभावों को कम करने के लिए किया। इज़रायल, मोरक्को, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों के साथ, मैंने मध्य पूर्व में एकीकरण और संबंधों के सामान्यीकरण को आगे बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक नेगेव शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
हमने लंबे समय से जारी समुद्री सीमा विवाद को सुलझाने के लिए इज़रायल और लेबनान के बीच एक ऐतिहासिक समझौते हेतु मध्यस्थता की। हमने अफ्रीकी नेतृत्व वाली वार्ता का समर्थन किया, जिसके कारण इथियोपिया और टिगरे के सैन्य बलों के बीच शत्रुता समाप्त हो सकी। हमने सूडान को असैन्य नेतृत्व वाले लोकतंत्र के रास्ते पर वापस लाने के लिए समझौता कराने में मदद की। हमने यमन संघर्ष में युद्धविराम कराने और फिर उसका विस्तार कराने में मदद की।
और हम रूस, ईरान, वेनेज़ुएला, बर्मा, अफ़ग़ानिस्तान, हैती और अन्य देशों से वहां अनुचित रूप से हिरासत में लिए गए अमेरिकियों को स्वदेश लेकर आए। हम दुनिया भर में अवैध रूप से हिरासत में लिए गए अमेरिकियों को स्वदेश लाने के लिए बिना रुके काम करते रहेंगे, साथ ही इस घृणित प्रथा के फैलाव को बाधित करने और रोकने के लिए क़दम उठाएंगे।
जब हम 2023 की ओर क़दम बढ़ा रहे हैं, हम इन प्राथमिकताओं, और कई अन्य, पर काम तेज़ करने के लिए अपने सभी राजनयिक साधनों का उपयोग करते रहेंगे, जिसमें अफ़ग़ानिस्तान के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर क़ायम रहना शामिल है, विशेष रूप से उनके लिए जिन्होंने गत 20 वर्षों में वहां अमेरिकी मिशन का समर्थन किया, साथ ही महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों के लिए खड़े रहने वालों के लिए।
हम फेंटानिल और अन्य सिंथेटिक दवाओं के संकट से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के समन्वय पर भी ध्यान केंद्रित किए रहेंगे।
वैसे तो मैंने इस बात पर बहुत अधिक ज़ोर दिया है कि मौजूदा दौर की सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए 2022 में कैसे हमने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ मिलकर काम किया है। लेकिन ऐसा करते हुए, हमने इस भवन में भी बड़े कदम उठाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विदेश विभाग मौजूदा और भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार और सशक्त रहे।
हमने साइबरस्पेस और डिजिटल नीति के लिए एक नया ब्यूरो शुरू किया। हमने वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा एवं कूटनीति पर एक नया ब्यूरो गठित करने के अपने इरादे के बारे में कांग्रेस को सूचित किया। हमने पीआरसी के प्रति अपनी नीति के विकास और समन्वय का नेतृत्व करने के लिए चाइना हाउस नामक नई इकाई गठित की। हमने हिंद-प्रशांत में अपनी राजनयिक उपस्थिति का विस्तार किया, और विदेश और सिविल सेवा के अधिकारियों के एक दशक के सबसे बड़े समूह को एकत्र किया। और हमने एक ऐसे कर्मचारी समूह को आकर्षित करने और जोड़े रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जो हमारे देश की सबसे बड़ी ताक़त – हमारी विविधता – को दर्शाता है।
अपनी बात समाप्त करने से पहले, मैं कड़ी मेहनत से अर्जित की गई प्रगति के लिए ज़िम्मेदार “हम” की भूमिका को स्वीकार करना चाहता हूं। यह उन व्यक्तियों से शुरू होता है जिन पर कि विदेश विभाग टिका हैं, विशेष रूप से हमारी विदेश और सिविल सेवा के अधिकारी, और हमारे लिए काम करने वाले स्थानीय कर्मचारी। इन लोगों ने ही इस संकल्पना को कार्यरूप दिया – दिन-रात। और सिर्फ उन विषयों पर ही नहीं जिन पर मैंने प्रकाश डाला, बल्कि हमारी विदेश नीति के हर पहलू पर – अमेरिकी सरकार में हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करते हुए, साथ ही साथ हमारे विदेशी साझेदारों के साथ काम करते हुए।
मैं अपनी टीम के साथियों पर जितना भी गर्व करूं वो कम होगा। मैं आभारी हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला। उन सभी का, और उनके परिवारों का, जिनके प्यार और समर्थन और त्याग ने उन्हें यह सेवा प्रदान करने की अनुमति दी, मैं आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
मैं कांग्रेस को भी उसकी साझेदारी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हमारी गणना के अनुसार, विदेश विभाग पिछले एक साल के दौरान कांग्रेस के साथ 3,200 से अधिक ब्रीफिंग, बैठकों और कॉल्स में शामिल रहा। मैंने उनमें से 60 से अधिक में व्यक्तिगत रूप से भाग लिया।
मैं विशेष रूप से दोनों दलों के सदस्यों का आभारी हूं जिन्होंने इस वर्ष 91 अधिकारियों की नियुक्तियों को मंज़ूरी देने के लिए हमारे साथ काम किया है – आने वाले हफ्तों में हम इस संख्या को और बढ़ाने की उम्मीद करते हैं। क्योंकि जब हमारी टीम मैदान पर होती है तो हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
अंत में, मैं आप सभी को, हमारे प्रेस कोर के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं। आप जो काम करते हैं वह हमारे लोकतंत्र के लिए अपरिहार्य है। भले ही आपके प्रश्नों का उत्तर देना हमेशा आसान नहीं होता है, लेकिन आपके द्वारा प्रदान की जाने वाली सटीक जानकारी समाज का भला करती है। इसे इतनी ही स्पष्टता से कहना होगा। आपका काम हमारे नागरिकों को उन शक्तियों को समझने में मदद करता है जोकि उनके जीवन को आकार दे रही हैं। यह उन्हें अपने समुदायों, अपने देश, और दुनिया से सार्थक रूप से जुड़ने के लिए सशक्त बनाता है। यह भी एक कारण है कि हम दुनिया भर में मुक्त और स्वतंत्र मीडिया के लिए इतनी मज़बूती से आवाज़ उठाते हैं, और यही कारण है कि आप जो काम करते हैं, उसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं।
जब मैंने इस पद का कार्यभार संभाला था, तो बहुत से लोग पूछ रहे थे कि क्या अमेरिका फिर से दुनिया भर में नेतृत्व कर पाएगा, या कर भी सकता है। या, यहां तक, कि क्या दुनिया हमारी नेतृत्वकारी भूमिका चाहती भी है।
मुझे लगता है कि 2022 में हमने उन सवालों का जवाब दे दिया। हमने दिखा दिया कि अमेरिका मौजूदा दौर की बुनियादी चुनौतियों को लेकर नेतृत्व करने के लिए तैयार और सक्षम है। और दुनिया भर के देशों ने दिखा दिया कि वे एक ऐसी दुनिया के निर्माण में हमारे साझेदार क्यों बनना चाहते हैं जोकि अधिक स्वतंत्र, अधिक खुली, अधिक सुरक्षित और अधिक समृद्ध हो।
इसके साथ ही, मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मुझे आपके कुछ सवालों के जवाब देकर खुशी होगी।
मूल स्रोत: https://www.state.gov/secretary-antony-j-blinken-at-a-press-availability-27/.
अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।