अमेरिकी विदेश विभाग
प्रवक्ता का कार्यालय
प्रेस को संबोधन
अप्रैल 15, 2021
अमेरिकी दूतावास काबुल
काबुल, अफ़ग़ानिस्तान
विदेश मंत्री ब्लिंकन : नमस्कार। आप सभी को देखकर अच्छा लग रहा है। मैं आज अफ़ग़ानिस्तान इसलिए आया हूं क्योंकि मेरे लिए और राष्ट्रपति बाइडेन के लिए ये महत्वपूर्ण था कि अफ़ग़ानिस्तान और अफ़ग़ान जनता के साथ स्थाई साझेदारी के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता की बात यहां उनके सामने दोहराई जाए।
जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कल घोषणा की, हम 9/11 की 20वीं बरसी तक यहां से अपने सैनिकों की वापसी कर रहे हैं। हमने लगभग 20 साल पहले जो लक्ष्य तय किया था, उसे हम हासिल कर चुके हैं। हमारा यहां स्थाई सैन्य उपस्थिति का कभी भी इरादा नहीं था। अफ़ग़ानिस्तान में अल-क़ायदा से ख़तरा बहुत ही कम रह गया है। ओसामा बिन लादेन के साथ न्याय किया जा चुका है। हम वर्षों से समय आने पर अपनी सैन्य उपस्थिति ख़त्म कर देने की बात करते रहे हैं, और वो समय अब आ गया है।
लेकिन हमारे सैनिकों की घर वापसी के बावजूद अफ़ग़ानिस्तान के साथ हमारी साझेदारी जारी रहेगी। हमारी सुरक्षा साझेदारी स्थाई है। अफ़ग़ान सुरक्षा बलों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के लिए हमें स्वदेश में दोनों ही दलों का मज़बूत समर्थन प्राप्त है। हम अफ़ग़ानिस्तान सरकार, तालिबान तथा इस क्षेत्र और दुनिया भर के उन देशों के साथ अपनी कूटनीति को तेज़ करेंगे, जिनके हित अफ़ग़ानिस्तान के भविष्य से जुड़ते हैं। हम आर्थिक निवेश और विकास सहायता जैसे माध्यमों से अधिक समृद्ध भविष्य की दिशा में बढ़ती अफ़ग़ान जनता का समर्थन करेंगे। हम सिविल सोसायटी का समर्थन करेंगे, और महिलाओं के लिए समान अधिकारों की हिमायत करना जारी रखेंगे, जिसमें मौजूदा वार्ताओं में महिलाओं की सार्थक भागीदारी और पूरे समाज में उनका समान प्रतिनिधित्व की बातें शामिल हैं। हम महिलाओं, बालिकाओं और शरणार्थियों समेत सभी ज़रूरतमंद वर्गों को मानवीय सहायता प्रदान करने की अमेरिकी परंपरा को बनाए रखेंगे।
मैंने आज अपनी सभी बैठकों में इस संदेश को साझा किया है — राष्ट्रपति ग़नी के साथ, चेयरमैन अब्दुल्ला के साथ और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ जोकि बदलाव के लिए पूरे देश में अपने समुदायों के बीच प्रतिदिन काम कर रहे हैं। अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान का स्थाई साझेदार बना रहेगा। हम चाहेंगे कि अफ़ग़ान जनता, क्षेत्र के देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस तथ्य पर ग़ौर करें।
तालिबान के लिए भी यह एक बहुत महत्वपूर्ण संदेश है। जैसा कि आपको पता होगा कि मैं यहां ब्रसेल्स होकर आया हूं। वहां हमने अपने सभी नैटो सहयोगियों के साथ परामर्श किया, और उनका संदेश सुदृढ़ और स्पष्ट था। पिछले 20 वर्षों में हमने साथ मिलकर जो किया है उन्हें उस पर उन्हें गर्व है और वे अफ़ग़ानिस्तान के साथ साझेदारी को जारी रखने के लिए समान रूप से प्रतिबद्ध हैं।
हम सभी के लिए, इस मुक़ाम तक पहुंचने की यात्रा बहुत लंबी रही है। आने वाले महीनों में काफी काम करने और विस्तृत योजनाएं तैयार करने की ज़रूरत है ताकि ज़िम्मेदारीपूर्ण, सुनियोजित और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। लेकिन इस काम के साथ-साथ हम अफ़ग़ानिस्तान को स्थाई आर्थिक, कूटनीतिक और राजनैतिक समर्थन देते रहेंगे।
मैं इस बात का उल्लेख करना चाहता हूं कि आगे बढ़ते हुए, हम पिछले दो दशकों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान में अपनी सेवाएं देने वाले अपने सैनिकों की असाधारण हिम्मत, ताक़त और बलिदान को याद करेंगे। अधिकतम तैनाती के वक़्त अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल में 50 नैटो और साझीदार देशों के सैनिक थे। आज रिज़ॉल्यूट सपोर्ट मिशन में लगभग 35 सहयोगी देशों और साझेदारों के सैनिक शामिल हैं। इन सैनिकों ने अपने जीवन को जोख़िम में डाला; और हज़ारों ने अपने प्राण न्योछावर किए। और, हम उनकी सेवा और उनके बलिदान के कारण ही अपने पूर्व निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर पाए, और अब हम यहां अपने काम और अफ़ग़ान लोगों के साथ अपनी साझेदारी के एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं।
धन्यवाद, और मुझे अब आपके सवालों के जवाब देकर खुशी होगी।
मूल स्रोत: https://www.state.gov/secretary-antony-j-blinken-at-a-press-availability-4/
अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।