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अमेरिकी विदेश विभाग
प्रवक्ता का कार्यालय
अप्रैल 14, 2021
प्रेस को संबोधन

नैटो मुख्यालय

ब्रसेल्स, बेल्जियम

प्रमुख अंश

 

संचालक :  नमस्कार। नैटो मुख्यालय में महासचिव, अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के इस संवाददाता सम्मेलन में आपका स्वागत है। वे संक्षिप्त वक्तव्य देंगे, और फिर हम आपके कुछ सवालों के जवाब दे सकेंगे। महासचिव महोदय।

नैटो महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग : नमस्कार। हमने अभी-अभी नैटो के विदेश और रक्षा मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण संयुक्त बैठक को संपन्न किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन यहां ब्रसेल्स में हमारे साथ बैठक में शामिल हुए। टोनी और लॉयड, मैं नैटो और ट्रांसअटलांटिक संबंधों के प्रति आपकी व्यक्तिगत मज़बूत प्रतिबद्धता के लिए आपका बहुत आभारी हूं। आज यहां आपकी उपस्थिति ट्रान्सअटलांटिक संबंधों के महत्व, और नैटो सहयोगी देशों से परामर्श के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष सबूत है।

आज हमने अफ़ग़ानिस्तान में अपनी उपस्थिति के भविष्य के बारे में मिलकर निर्णय लिया। हम 9/11 के भयावह आतंकवादी हमलों के बाद अमेरिका के समर्थन में पहली बार अपनी संधि के अनुच्छेद 5 को लागू करने के बाद से, लगभग 20 वर्षों से अफ़ग़ानिस्तान में हैं।

कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए, हमने वहां ऊंची क़ीमत चुकाई है रक्त और धन, दोनों ही रूप में। सहयोगी देशों और कई साझेदार देशों और अफ़ग़ानिस्तान के हमारे हज़ारों सैनिकों ने अपना बलिदान दिया है। बड़ी संख्या में सैनिक घायल भी हुए हैं। हम उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, और हम उन सभी को याद करते हैं जिन्होंने कि हमारी साझा सुरक्षा के लिए इतनी क़ीमतें चुकाई हैं।

साथ मिलकर, हमने अफ़ग़ानिस्तान को हमारे देशों के खिलाफ़ आतंकवादी हमलों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बनने से रोका है। 9/11 के बाद से, अफ़ग़ानिस्तान से हमारे सहयोगी देशों की ज़मीन पर कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है। हमने नए सिरे से अफ़ग़ान सुरक्षा बलों के गठन में भी मदद की। उन्होंने गत वर्षों के दौरान बड़ी बहादुरी और पेशेवर ढंग से देश भर में सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की है। और लगभग दो दशकों की अंतरराष्ट्रीय सैन्य उपस्थिति के दौरान, हमने सामाजिक प्रगति हासिल करने में अफ़ग़ान जनता की मदद की है।

साल भर पहले, हमने अमेरिका-तालिबान समझौते और अमेरिका-अफ़ग़ानिस्तान संयुक्त घोषणा का स्वागत किया था। तब से, हमने शांति प्रक्रिया के तहत अपनी सैन्य उपस्थिति धीरे-धीरे कम कर दी है। वर्तमान में, अफ़ग़ानिस्तान में हमारे लगभग 10,000 सैनिक हैं, जिनमें से अधिकांश ग़ैरअमेरिकी सहयोगी और साझेदार देशों से हैं।

हमने पिछले हफ़्तों और महीनों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान में अपनी मौजूदगी पर गहन विचार-विमर्श किया है। अपने सैनिकों की वापसी के अमेरिकी निर्णय के प्रकाश में, नैटो के विदेश और रक्षा मंत्रियों ने आज आगे बढ़ने के तरीक़ों पर चर्चा की और निर्णय लिया कि हम 1 मई तक नैटो रिज़ॉल्यूट सपोर्ट मिशन के सैनिकों की वापसी शुरू करेंगे। हमारी वापसी व्यवस्थित, समन्वित और सुनियोजित होगी। हमने कुछ महीनों के भीतर अपने सभी सैनिकों की वापसी का काम संपन्न करने की योजना बनाई है। इस दौरान हमारे सैनिकों पर तालिबान के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

हम एक साथ अफ़ग़ानिस्तान में गए, हमने वहां एक साथ काम किया, और हम एक साथ वापसी के लिए एकजुट हैं। यह एक आसान निर्णय नहीं है, और इसके अपने जोख़िम हैं। जैसा कि मैं गत कई महीनों से कहता रहा हूं, हमारे सामने एक दुविधा है, क्योंकि व्यवस्थित रूप में हमारी वापसी का दूसरा विकल्प है संभवत: अधिक नैटो सैनिकों के साथ दीर्घकालिक, अनिश्चित अवधि की सैन्य प्रतिबद्धता के लिए तैयार होना।

यह अफ़ग़ानिस्तान के साथ हमारे संबंधों का अंत नहीं है, बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत है। नैटो सहयोगी और साझेदार देश आगे भी अफ़ग़ान लोगों के साथ खड़े रहेंगे, लेकिन स्थायी शांति स्थापित करने का दायित्व अब अफ़ग़ान जनता का है जोकि हिंसा को समाप्त करे, सभी अफ़ग़ानों के मानवाधिकारों की रक्षा करे — विशेषकर महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों की — क़ानून के शासन को बरक़रार रखे, और यह सुनिश्चित करे कि अफ़ग़ानिस्तान फिर कभी आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं बन पाए।

आज नैटो देशों के मंत्रियों ने यूक्रेन और उसके आसपास रूस के सैन्य जमावड़े के मुद्दे पर भी चर्चा की। 2014 में क्रीमिया पर अवैध क़ब्ज़े के बाद से ये रूसी सैनिकों का ये सबसे बड़ा जमावड़ा है, और यह रूसी आक्रामक कार्रवाइयों के व्यापक पैटर्न के अनुरूप है जो बेहद गंभीर चिंताओं का कारण है। नैटो सहयोगी देश यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा समर्थन करते हैं, और हम रूस से तुरंत तनाव घटाने वाले क़दम उठाने, उकसावे वाले आक्रामक रवैये को छोड़ने और अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की मांग करते हैं।

आज की बैठक एकजुटता का महत्वपूर्ण प्रदर्शन है, और इस जटिल और अधिक प्रतिस्पर्धी दुनिया में, हमें न केवल अतीत की, बल्कि वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों की पूरी श्रृंखला का सामना करने के लिए नैटो को निरंतर मज़बूत करते रहना होगा। टोनी और लॉयड, आपके साथ यहां उपस्थित होना सुखद है, और कृपया अब आप संबोधित करें।

विदेश मंत्री ब्लिंकन: शुक्रिया, जेंस। शुक्रिया रक्षा मंत्री ऑस्टिन। सभी को नमस्कार। विदेश मंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा के कुछ हफ़्ते के भीतर यहां नैटो में दोबारा आकर अच्छा लग रहा है, ख़ासकर अपने गठबंधन के इतिहास के इतने महत्वपूर्ण अवसर पर।

बीस साल पहले, अमेरिका पर 9/11 के हमले के बाद, इस गठबंधन ने अपने इतिहास में पहली बार अनुच्छेद 5 को लागू किया था। जिसके अनुसार एक पर हमला सभी पर हमला माना जाता है। एकजुट होकर हम अफ़ग़ानिस्तान पहुंचे, हम अल-कायदा का समूल नाश करने और हमारे देशों पर अफ़ग़ानिस्तान से भविष्य में होने वाले आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए। अब, हम अफ़ग़ानिस्तान से एक साथ निकलेंगे और अपने सैनिकों को स्वदेश लाएंगे।

राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी जनता को अपने संबोधन में अभी-अभी हमारी योजना का विस्तृत विवरण दिया है।

और, जैसा कि आपने सुना और जैसा कि जेंस ने बताया, हम पहली मई तक अपने सैनिकों को बाहर निकालना शुरू कर देंगे और इस साल 9/11 की 20वीं बरसी से पहले हम इस प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे।

वर्षों तक ये कहते रहने के बाद कि एक दिन हम वापसी करेंगे, वो समय अब आ गया है। अफ़ग़ानिस्तान में अल-क़ायदा से ख़तरा काफ़ी कम रह गया है। ओसामा बिन लादेन के साथ न्याय किया जा चुका है। हमने अपने मूल लक्ष्यों को पूरा कर लिया है।

और हमें नहीं लगता कि अफ़ग़ानिस्तान में अनिश्चितकालीन सैन्य उपस्थिति बनाए रखना हमारे हित में है — न अमेरिका के हित में, और न नैटो और हमारे सहयोगी देशों के हित में। पिछले 20 वर्षों में दुनिया बदल गई है, और जैसा कि आपने राष्ट्रपति को कहते सुना है, हमें अपनी रणनीति को 2021 के ख़तरों से निपटने के लिए समायोजित करना होगा, नकि 2001 के हिसाब से, और हमें उन चुनौतियों का सामना करना होगा जिन पर कि हमें ध्यान देने और अपने संसाधनों को लगाने की ज़रूरत है।

अमेरिका और हमारे सहयोगी हमारे अगले क़दमों पर निकटता से समन्वय करेंगे। हमने हमेशा कहा है, जैसा कि महासचिव ने कहा, हमारी योजना “एक साथ पहुंचने, एक साथ काम करने, एक साथ बाहर निकलने” की थी। और आज, हमने “एक साथ बाहर निकलने” की प्रक्रिया पर काम करना शुरू कर दिया। हम अपने सैनिकों को ज़िम्मेदारी पूर्वक, सुनियोजित रूप से और सुरक्षित तरीक़े से वापस निकालेंगे।

एक बात मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं: हमारे सैनिकों की वापसी के बावजूद, हम एक गठबंधन के रूप में और अमेरिका एक देश के रूप में, अफ़ग़ान जनता और उनके निर्वाचित नेताओं को अपना समर्थन देते रहेंगे।

हम अफ़ग़ानिस्तान में आतंकवाद के ख़तरे के फिर से उभरने की किसी भी आशंका के खिलाफ़ भी सतर्क रहेंगे। हम परिस्थितियों को क़ाबू में रखने के लिए अपनी आतंकवाद निरोधक क्षमताओं का पुनर्गठन करेंगे। हम अल-कायदा या अन्य आतंकवादी संगठनों को अफ़ग़ानिस्तान का हमारे खिलाफ़ हमलों के आधार के रूप में इस्तेमाल से रोकने की प्रतिबद्धता के लिए तालिबान को जवाबदेह ठहराएंगे।

हम अफ़ग़ानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच एक टिकाऊ और न्यायसंगत समझौते के लिए प्रयासरत रहेंगे। और हम उन अन्य देशों को भी इस प्रक्रिया से जोड़ेंगे जिनका अफगानिस्तान के स्थिर भविष्य से हित जुड़ा हुआ है, और वहां स्थिरता सुनिश्चित करने के नैटो के वर्षों के कार्य के बाद अब उन्हें अधिक ज़िम्मेदारी उठानी होगी।

हम अफ़ग़ानिस्तान की सरकार का समर्थन और अफ़ग़ान सुरक्षा बलों की सहायता करते रहेंगे जिन्होंने अपने वतन के लिए ऊंची क़ीमत चुकाकर वीरतापूर्वक संघर्ष किया है और अभी भी कर रहे हैं।

और हम अफ़ग़ान जनता की भलाई के कार्य में निवेश करते रहेंगे। हाल के वर्षों में अफ़ग़ान लोगों ने जो प्रगति है, उसकी रक्षा करने और उसे बढ़ाने के लिए हम अपने कूटनीतिक और विकास संबंधी संसाधनों का निवेश करेंगे। हम अफ़ग़ान महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों का तथा मौजूदा वार्ताओं में सार्थक भागीदारी की अल्पसंख्यकों की मांग और पूरे समाज में उनके बराबरी के प्रतिनिधित्व का समर्थन करते रहेंगे, और हम ज़रूरतमंद लोगों के लिए महत्वपूर्ण मानवीय सहायता जारी रखेंगे।

संक्षेप में कहें तो हमारे सैनिकों को घर वापसी का मतलब अफ़ग़ानिस्तान के साथ हमारे संबंधों को या उसे हमारे समर्थन को समाप्त करना नहीं है। और जैसा कि जेंस ने कहा, यह कूटनीति पर केंद्रित एक नए अध्याय की शुरुआत होगी — अन्य देशों के साथ हमारे संबंधों की तरह। अफ़ग़ानिस्तान का भविष्य आख़िरकार अफ़ग़ान लोगों के हाथों में है, इस पर उनका अधिकार है। लेकिन हमारा समर्थन, हमारी सहभागिता और हमारा दृढ़ संकल्प बना रहेगा।

अफ़ग़ानिस्तान में पिछले 20 वर्षों के दौरान असाधारण साहस और ताक़त के लिए मैं हमारे सैनिकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। तैनाती की शीर्ष अवधि में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल में 50 नैटो और साझेदार देशों के सैनिक शामिल थे। इस समय रिज़ॉल्यूट सपोर्ट में 35 नैटो सहयोगी और साझेदार देशों के सैनिक हैं। हमारे सैनिकों ने अपनी जान को जोख़िम में डाला, अपना सर्वोच्च बलिदान दिया, लेकिन हम अपने तय उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहे हैं जिसके लिए हम उनका आभार जताते हैं, और हम उनकी सेवा और बलिदान का सम्मान करते हैं।

मैं ये भी कहना चाहूंगा कि हमारे नैटो सहयोगी राष्ट्रों ने हर क़दम पर जो एकजुटता दिखाई उसे अमेरिका कभी नहीं भूलेगा। एक गठबंधन के रूप में मिलकर काम करते हुए हमने जो हासिल किया है वो कोई भी देश हासिल नहीं कर सकता था। और जैसा कि मेरे मित्र रक्षा मंत्री ऑस्टिन पुष्टि कर सकते हैं, अफ़ग़ानिस्तान में बिताए इन वर्षों ने हमारे सैनिकों और हमारे देशों को इस हद तक प्रभावित किया है कि हम आने वाले लंबे समय तक उन पर चिंतन करते रहेंगे और ज़रूरी क़दम उठाते रहेंगे।

इससे अलग एक मुद्दे पर, जैसा कि महासचिव ने बताया, हमने आज रूस और यूक्रेन की सीमाओं पर उसके व्यवहार को लेकर, वहां 2014 के बाद से सेनाओं के उसके सबसे बड़े जमावड़े पर सहयोगी देशों की गहरी चिंता पर चर्चा के लिए भी कुछ समय निकाला। और जो बाद मुझे उल्लेखनीय लगी वो यह कि उत्तर अटलांटिक परिषद की बैठक में, हममें से हरेक सहयोगी ने, सभी 30 सदस्यों ने, उन चिंताओं को साझा किया और ये सुनिश्चित करने का संकल्प भी कि रूस जो तनाव पैदा कर रहा है, उसे ख़त्म करने के लिए वह क़दम उठाए।

नैटो में आज हमारी बातचीत उस गहन योजना की शुरुआत भर है, जिस पर हमारे देश अगले कई महीनों तक मिलकर काम करेंगे। हम अपने सहयोगी देशों के आभारी हैं; और इस ऐतिहासिक परिवर्तन को मिलकर अंजाम देते हुए, महासचिव महोदय, हम आपके नेतृत्व के लिए आभारी हैं।

आपका धन्यवाद।

रक्षा मंत्री ऑस्टिन: महासचिव स्टोल्टेनबर्ग, आज की उपयोगी चर्चा के लिए आपका धन्यवाद। और, आज यहां उपस्थित होने के लिए मैं अपने मित्र विदेश मंत्री ब्लिंकन का आभारी हूं।

और आज रात, मैं अपने नैटो सहयोगियों और साझेदारों का हमें अपनी समीक्षा पूरी करने और 11 सितंबर 2021 तक अफ़ग़ानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी के राष्ट्रपति के फ़ैसले के विवरण के लिए समय देने हेतु आभार व्यक्त करना चाहता हूं। और मैं उनके फ़ैसले का पूरा समर्थन करता हूं। हमारे सैनिकों ने उस मिशन को पूरा किया है जिसके लिए उन्हें अफ़ग़ानिस्तान भेजा गया था और उनके पास गर्व  के बहुत सारे कारण हैं। उनकी सेवाओं और उनके बलिदानों ने, हमारे रिज़ॉल्यूट सपोर्ट और अफ़ग़ान साझेदार बलों के साथ-साथ, हमारे सभी देशों पर अल-क़ायदा और अन्य आतंकवादी समूहों के ख़तरों को बहुत कम कर दिया है। इन बहादुर पुरुषों और महिलाओं ने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रगति को भी संभव बनाया है।

और इसलिए आज, अफ़ग़ान लोग अपने इलाक़ों की पुलिसिंग और अपने हितों की रक्षा स्वयं करते हैं, वे ख़ुद अपने नेताओं — जिनमें से कई महिलाएं हैं — का चुनाव करते हैं, वे अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं, और वे पहले से कहीं अधिक निजी उद्यमों के मालिक और संचालक हैं। बेशक, अभी भी बहुत हिंसा होती है, और हम जानते हैं कि तालिबान अभी भी इन तमाम प्रगतियों में से कुछ को उलटने की कोशिश करेगा। और यही कारण है कि हम बातचीत के ज़रिए राजनीतिक समाधान, जिसे ख़ुद अफ़ग़ान जनता की स्वीकृति प्राप्त हो, हासिल करने के मौजूदा कूटनीतिक प्रयासों का पूरी निष्ठा से समर्थन करते हैं।

लेकिन आज, राष्ट्रपति ने हमें एक नया मिशन दिया है: ज़िम्मेदारी पूर्वक हमारी सेनाओं को बाहर निकालना और हमारे अफ़ग़ान साझेदारों के साथ एक नया संबंध शुरू करना। और गठबंधन के प्रयासों तथा सहयोगी देशों के प्रशिक्षण की बदौलत, अफ़ग़ान सुरक्षा बल आज अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने और अपने देश के नागरिकों की रक्षा करने की दृष्टि से बेहतर स्थिति में और अधिक सक्षम हैं। और हम इन प्रयासों में उनका समर्थन करना जारी रखेंगे। हम अफ़ग़ान वायुसेना और स्पेशल मिशन विंग जैसी प्रमुख क्षमताओं का वित्तपोषण जारी रखना चाहेंगे, और हम अफ़ग़ान सुरक्षा बलों के लिए वेतन भुगतान जारी रखने का प्रयास करेंगे। हम उनके साथ और अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर क्षेत्र को (अश्रव्य) सुरक्षित बनाए रखने के लिए भी काम करेंगे, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि अफ़ग़ानिस्तान हमारी सुरक्षा के लिए ख़तरा बनने वाले आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना न बन पाए।

मुझे सैनिकों की वापसी की योजना को निष्पादित करने के बारे में बहुत कुछ पता है जिसे सैन्य बोलचाल में “रेट्रोग्रेड” कहा जाता है। यह अनुकूल परिस्थितियों में भी अविश्वसनीय रूप से कठिन कार्य होता है, लेकिन मुझे विश्वास है कि हमारे सैनिक और हमारे नेता उसी कौशल और उसी पेशेवर अंदाज़ से इस नए मिशन को भी पूरा करेंगे, जैसा कि उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान में बाक़ी कार्य किए हैं। वे इसे सुरक्षित रूप से करेंगे, वे इसे व्यवस्थित रूप से करेंगे, और वे इसे सुनियोजित तरीक़े से करेंगे। और वे इसे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर करेंगे।

जैसा कि आप आज शाम कई बार सुन चुके हैं, हम सबने कहा है कि हम एक साथ गए थे, हमने एक साथ काम किया, और अब हम एक साथ बाहर निकलेंगे। और मैं इसमें ये भी जोड़ना चाहूंगा कि वापसी की प्रक्रिया में तालिबान ने हमारे या हमारे सहयोगी देशों के किसी भी  सैनिक पर हमला किया तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

मैं समझता हूं ये याद रखना महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपति के फ़ैसले से हमें भावी विरोधियों को दूर रखने और ज़रूरी हुआ तो उन्हें हराने, के लिए अपने प्रयासों को पुनर्संयोजित करने का एक अवसर भी मिला है। और हम ऐसा करेंगे व्यापक तौर पर अपने गठबंधनों और साझेदारियों, जैसे कि यह गठबंधन, को पुनर्जीवित करके, और उन चुनौतियों से निपटने की तैयारी करके जोकि निश्चय ही हमारी अंतरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था को कमज़ोर करते हैं। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना आगे निरंतर मौजूद रहने वाली शीर्ष चुनौती है, क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को पुनर्संयोजित करना चाहता है। इसी तरह, मैं रूस से यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की मांग करता हूं। हम यूक्रेन की उसकी आत्मरक्षा की ज़रूरतों की दृष्टि से मदद करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

और आख़िर में, मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने अफ़ग़ानिस्तान में सेवा की। मुझे हम सभी के उन बलिदानों का पूरा अहसास है जिन्होंने हमें इस मुक़ाम तक पहुंचाया है। और उनलोगों के परिवारों और प्रियजनों के लिए जो हमारे बीच नहीं रहे, और उन सभी के लिए जिन्हें इस युद्ध ने हमेशा के लिए बदल दिया, मैं अब भी आपके जीवन में मौजूद दुख और चुनौतियों को लेकर आपको अपने अटूट समर्थन का संकल्प लेता हूं। हम आपका और उनकी स्मृतियों का सम्मान करते हैं, और हम हमेशा करेंगे। और मैं समझता हूं राष्ट्रपति का निर्णय बिल्कुल यही साबित करता है।

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।


मूल स्रोत: https://www.state.gov/secretary-antony-j-blinken-secretary-of-defense-lloyd-j-austin-and-nato-secretary-general-jens-stoltenberg-at-a-joint-press-availability/.

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।

U.S. Department of State

The Lessons of 1989: Freedom and Our Future