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अमेरिकी विदेश विभाग
प्रवक्ता कार्यालय
टिप्पणी
प्रेस ब्रीफिंग रूम
वाशिंगटन, डीसी
17 मार्च, 2022

 

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: गुड आफ्टरनून, सभी को।

तीन हफ्ते पहले, रूस ने यूक्रेन के खिलाफ बिना उकसावे के युद्ध शुरू किया था।

हर बीतते दिन के साथ, इस युद्ध में मरने वाले और घायल हो रहे आम नागरिकों, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं, की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

रूस ने नागरिक इलाकों पर हमले जारी रखे हैं जिसमें इस हफ्ते यूक्रेन के लुहान्सक प्रांत में एक अस्पताल, तीन स्कूल और दृष्टिबाधित बच्चों के एक रिहाईशी स्कूल को निशाना बनाया गया है।

कल रूसी सेना ने मारियूपोल में एक थिएटर पर बमबारी की जहां सैकड़ों की संख्या में आम नागरिकों ने शरण ले रखी थी।

उस बिल्डिंग के बाहर फुटपाथ पर बड़े बड़े सफेद अक्षरों में रूसी भाषा में “बच्चे” लिखा हुआ था ताकि ऊपर हवा से ही पता चल सके कि बिल्डिंग में बच्चे हैं।

रूसी सेना ने ब्रेड के इंतज़ार में कतार में खड़े दस आम नागरिकों पर भी गोली चलाई है।

हमलों की ये घटनाएं सैन्य ठिकानों नहीं, बल्कि आम नागरिकों के खिलाफ यूक्रेन के अलग अलग हिस्सों में अंजाम दी गई उस लंबी सूची का हिस्सा है जिसके तहत रिहाईशी इमारतों, सार्वजनिक चौराहों को निशाना बनाया है और पिछले हफ्ते मारियूपोल में एक प्रसूति अस्पताल पर भी हमला किया गया।

मुझे शक है कि हममें से जो भी इन तस्वीरों को देख रहा है वो कभी इन्हें भूल पाएगा।

हमने रूस को देखा है कि ग्रोज़्नी और एलप्पो में भी ऐसे ही हथकंडे अपनाते हुए। वो लोगों की इच्छाशक्ति को तोड़ने के उद्देश्य से बमबारी तेज़ कर देते हैं।

कल राष्ट्रपति बाइडेन ने अपना मत जाहिर करते हुए कहा था कि उन्हें लगता है कि यूक्रेन में युद्ध अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।

व्यक्तिगत रूप से मैं उनसे सहमत हूं।

जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाना युद्ध अपराध है।

पिछले तीन हफ्तों में हुए विनाश को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि रूस युद्ध अपराधों को अंजाम नहीं दे रहा है।

रूस के इस युद्ध का परिणाम पूरी दुनिया में महसूस किया जा रहा है—खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ी हैं, ये चिंता भी कि ईंधन आपूर्ति बाधित होगी, बड़ी चिंताओं में ये भी शामिल है कि यह युद्ध किस तरह से वैश्विक अर्थव्यवस्था और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को प्रभावित करेगा।

ये गंभीर मुद्दे हैं जिस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल विचार करना है। यह युद्ध इन मुद्दों को और कठिन कर रहा है।

इस तरह से रूस की यह कार्रवाई पूरे विश्व में हर व्यक्ति को प्रभावित कर रही है चाहे वो कहीं भी रह रहा हो।

हम इस कमरे में बैठे हुए भी इसे महसूस कर रहे हैं।

यहां आज फॉक्स न्यूज़ के पत्रकार बेंजामिन हॉल के लिए एक सीट रिजर्व होनी चाहिए थी, जो कीव के पास बुरी तरह घायल हुए हैं जब उनकी गाड़ी एक हमले की चपेट में आ गई।

हममें से कई, जिसमें मैं भी शामिल हूं, बेन को जानते हैं बहुत अच्छे से क्योंकि वो पत्रकारों के दल में रहे हैं।

वो एक प्रतिभावान रिपोर्टर हैं जो कठिन सवाल पूछा करते हैं. वो बहुत प्यारे इंसान भी हैं।

हमारी संवेदनाएं—मेरी संवेदनाएं उनके और उनके परिवार के साथ हैं जिसमें उनके तीन छोटे बच्चे भी शामिल हैं।

बेन के फॉक्स न्यूज के ही दो साथी पियरे ज़ोकचेफ्सकी और साशा कूफसेनोवा इस हमले में मारे गए हैं और ब्रेंट रेनॉ,जो टाइम पत्रिका के साथ काम कर रहे थे एक दिन पहले एक अन्य हमले में मारे गए।

मैं जानता हूं कि इस कमरे में बैठा हर व्यक्ति इन मौतों को बहुत गहराई से महसूस करता है।

युद्ध संवाददाता होना बहुत महत्वपूर्ण काम है; वो ये तय करते हैं कि दुनिया जाने कि असल में क्या हो रहा होता है जब सेनाएं लड़ने के लिए जाती हैं और बम गिरना शुरू होते हैं।

ये बड़ी क्षतियां हैं, परिवारों के लिए, हमारे मित्रों के लिए लेकिन उनके साथी पत्रकारों के लिए, उनके पेशे के लिए, उन्हें पढ़ने वालों और उन्हें देखने वालों के लिए और भी बड़ी जो उनका काम देखकर दुनिया की घटनाओं को समझा करते थे।

हमारे विशेषज्ञ घटनाओं के दस्तावेजीकरण के जरिए यूक्रेन में संभावित युद्ध अपराधों के मूल्यांकन में लगे हुए हैं।

बेथ वैन शाक, जिनकी नियुक्ति की सीनेट ने इसी हफ्ते पुष्टि की है ग्लोबल क्रिमिनल जस्टिस के अंबेसडर-एट-लार्ज के रूप में, वो विदेश विभाग में इस काम से जुड़े प्रयासों की अगुआई करेंगे।

हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारे पास मौजूद जानकारी उन अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की मदद में हो जो युद्ध अपराधों की जांच में लगी हैं और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करे।

मैं ये भी कहना चाहूंगा कि इस समय सीनेट के समक्ष कई और नामांकन लंबित हैं जिनका सीधा संबंध यूक्रेन को समर्थन देने की हमारी क्षमताओं से जुड़ा है, मसलन जनसंख्या, शरणार्थी और माइग्रेशन के लिए असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और अप्रसार मामलों के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और प्रतिबंध नीति के संयोजक का पद।

इसलिए मैं सीनेट से अपील करता हूं कि वो इन नामांकनों की जल्दी से जल्दी पुष्टि करे ताकि वो अपना काम जल्दी से संभाल लें।

कुछ हफ्ते पहले, रूसी आक्रमण से कुछ दिन पहले, मैं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में था जहां हम बता रहे थे कि आने वाले दिनों में क्या कुछ होने वाला है।

आज फिर, हमें बहुत अच्छे से पता है कि आने वाले समय में रूस क्या कर सकता है।

हमारा मानना है कि रूस आने वाले समय में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की तैयारी कर रहा है और उसके बाद गलत रूप से यूक्रेन पर आरोप लगाने वाला है ताकि वो यूक्रेन की जनता के खिलाफ तेज़ किए गए हमलों को न्यायोचित ठहरा सके।

नई घटनाएं बनाना और फिर नरसंहार की झूठी कहानियां गढ कर सेनाओं का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना एक ऐसा हथकंडा है जिसका इस्तेमाल रूस पहले भी कर चुका है, जॉर्जिया में भी ऐसा किया गया था।

हमारा मानना है कि रूस निजी सैन्य गुटों और विदेशों से भाड़े के लड़ाके भी ला रहा है यूक्रेन में।

राष्ट्रपति पुतिन ने भी ये माना है सप्ताहांत में कि उन्होंने मध्य पूर्व और अन्य जगहों पर अतिरिक्त बलों की नियुक्ति की अनुमति दी है—ये संकेत है कि युद्ध की उनकी कार्रवाई वैसी नहीं चल रही है जैसा उन्हें उम्मीद थी।

वो आने वाले समय में चरणबद्ध तरीके से स्थानीय अधिकारियों को अगवा कर के उनकी जगह अपने लोगों को बिठाने की योजना में भी हैं।

मैं फिर से कहूंगा कि ये काम उन्होंने शुरू कर दिया है।

कई दिन पहले मेलिटोपोल के मेयर को सड़क से उठा लिया गया था जिन्हें कल कैदियों की अदला-बदली के दौरान रिहा किया गया है।

दक्षिणी यूक्रेन के एक और शहर के मेयर को अगवा कर लिया गया है जिन्हें अभी तक रिहा नहीं किया गया है।

यह एक आंतकी हथकंडा है—स्थानीय अधिकारियों को पकडना, स्थानीय सरकार को हटाना और उनकी जगह पर अपने कठपुतलियों को बिठाना।

यूक्रेन के शहरों को तबाह करने के बाद रूस से अपने अधिकारियों को भेज सकता है जो स्थानीय सरकारी अधिकारियों की तरह काम करें और फिर इस काम को “आर्थिक समर्थन” के नाम पर बढ़ाया जाए जो असल में प्रयास होता है कि यूक्रेन के लोग पूरी तरह से रूस पर निर्भर हो जाएं।

ये सबकुछ रूस, जॉर्जिया में कर चुका है।

राष्ट्रपति पुतिन की यूक्रेन पर हमले की योजना कामयाब नहीं होने वाली है।

यूक्रेन की जनता ने रूसी सेना का स्वागत नहीं किया है। उन्होंने समर्पण नहीं किया है। इसके उलट वो अदम्य साहस दिखाते हुए लड़ रहे हैं और अपने घरों की, अपने परिवारों की और अपने देश की रक्षा कर रहे हैं।

रूस अभूतपूर्व प्रतिबंधों का सामना कर रहा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था से पूरी तरह कट चुका है, रूसी अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है।

सैकड़ों की संख्या में कंपनियों ने अपना काम बंद कर दिया है।

कुछ ही हफ्तों में राष्ट्रपति पुतिन ने तीस साल से रूसी लोगों के लिए दुनिया से जुड़ने और आर्थिक मौकों के लिए खुले दरवाज़ों को नष्ट कर दिया है।

क्रेमलिन की भ्रष्ट सत्ता से जुड़े दर्जनों लोगों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं और उनमें से कई को अपने मंहगे जहाजों और विशालकाय घरों से हाथ धोना पड़ा है।

राष्ट्रपति पुतिन ने इन प्रतिबंधों का मजाक उड़ाते हुए हाल में सार्वजनिक बयानबाजी में विदेशों में रह रहे रूसी लोगों की आलोचना की है और कहा है कि वो “फोइ ग्रास और सीपियों जैसे मंहगे भोजन” पर बहुत निर्भर हो चुके हैं।

इस बीच पुतिन खुद अपने महल में बैठ रहे हैं अरबों की संपत्ति के साथ जो उन्होंने रूसी जनता के पैसे से बनाया है, जबकि आम लोग नगद पैसे के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं और अपनी आंखों के सामने दुकानों को बंद होते और रूबल की कीमत गिरते हुए देख रहे हैं।

इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि रूस के साहसी लोग इस युद्ध का विरोध कर रहे हैं और उन्हें मारा पीटा जा रहा है, गिरफ्तार किया जा रहा है।

और रूसी पत्रकार, सरकारी मीडिया संगठनों की अपनी नौकरियों से इस्तीफे दे रहे हैं क्योंकि उन्हें क्रेमलिन का झूठ अब और पचाया नहीं जा रहा है और न ही वो उस झूठ को दोहरा पा रहे हैं।

इसके बावजूद राष्ट्रपति पुतिन रूक नहीं रहे हैं और असल में वो और हताशा में हैं।

इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन ने कल अनुमति दी है– घोषणा की है, माफ कीजिएगा अनुमति नहीं बल्कि घोषणा की है—यूक्रेन के लिए और 800 मिलियन डॉलर सैन्य मदद देने की।

इसके साथ ही यूक्रेन के लिए इस प्रशासन ने अब तक दो अरब डॉलर से अधिक की सैन्य मदद दी है जिसमें से एक अरब डॉलर तो सिर्फ पिछले हफ्ते में दिए गए हैं।

हम शुक्रगुज़ार है कि कांग्रेस के रूप में हमें एक भरोसेमंद सहयोगी मिला है जिसने इस हफ्ते यूक्रेन को तत्काल मदद के लिए 13 अरब डॉलर मुहैया किया है।

और हम लगातार काम करते रहेंगे कांग्रेस के सदस्यों के साथ यूक्रेन की मदद के लिए और क्रेमलिन की जवाबदेही तय करेंगे.

जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने बताया है कि, नये सिक्योरिटी पैकेज के तहत 800 एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम जो कि आक्रमणकारी विमानों और हेलीकॉप्टरों को रोकेंगे इससे पहले कि वो पूरे यूक्रेन को नष्ट कर दें; 9000 एंटी आर्मर सिस्टम जो टैंकों और हथियारबंद वाहनों को नष्ट कर सकता है, 7000 छोटे हथियार जिसमें मशीन गन और ग्रेनेड लांचर शामिल हैं और साथ ही 20 मिलियन राउंड गोलियां भी दी जा रही हैं।

हम यूक्रेन की मदद कर रहे हैं कि वो लंबी दूरी के एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम और असलहा ले सके जिसके लिए राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने आग्रह किया था.

और मैं लगभग हर दिन विदेश मंत्री कुलेबा से संपर्क में हूं और यूक्रेन को जो आवश्यक ज़रूरतें हैं उसके समन्वय का काम देख रहा हूं।

हमारे सहयोगी और समर्थक लगातार अपनी तरफ से सुरक्षा सहायता मुहैया करा रहे हैं।

मैंने एक दर्जन से अधिक देशों को अनुमति दी है कि वो अमेरिका में बने उपकरण दें और एक दर्जन से अधिक देशों से कहा है कि वो अपने स्तर पर सुरक्षा सहायता यूक्रेन को दें।

मैं ये भी कहूंगा कि, रक्षा विभाग की मदद के साथ ही हम दूसरी एजेंसियों के रास्ते भी मदद भेज रहे हैं जिसमें हमारे अपने डिप्लोमैटिक सिक्योरिटी सर्विस के ज़रिए 10 मिलियन डॉलर से अधिक कीमत के हथियारबंद वाहन शामिल हैं।

जैसा कि मैंने कल घोषणा की थी कि यूक्रेन से पिछले तीन हफ्तों में भाग कर निकले तीन मिलियन से अधिक शरणार्थियों की मदद के लिए हम 186 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त मदद दे रहे हैं—यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे तेज़ी से बढ़ता शरणार्थी संकट है—इसके साथ ही यूक्रेन में देश के भीतर भी लाखों लोग बेघर हो गए हैं।

इसके साथ ही पिछले एक महीने में हमने कुल 293 मिलियन डॉलर की मदद की है मानवीय सहायता में।

कांग्रेस ने यूक्रेन के लिए जो 13 अरब डॉलर की राशि देगी उसमें से  4 अरब डॉलर से अधिक की राशि मानवीय सहायता में खर्च होगी।

यूरोप में यूक्रेन के पड़ोसी देश शरणार्थियों का स्वागत कर रहे हैं। अमेरिका अपने स्तर पर इन सरकारों की मदद करेगा और जमीन पर काम कर रहे मानवीय सहायता करने वाले संगठनों की भी ताकि उनकी ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।

ये सभी सारे कदम जो हम और हमारे सहयोगी उठा रहे हैं उन सबका एक लक्ष्य है: युद्ध को खत्म करना।

जो मदद हम यूक्रेन को दे रहे हैं और मास्को के खिलाफ हमने जो वित्तीय एवं आर्थिक कदम उठाए हैं वो कूटनीति की मेज पर यूक्रेन के हाथ मजबूत करेंगे।

और हम यूक्रेन की तारीफ करते हैं कि वो कूटनीति की मेज पर बने हुए हैं और लगातार कूटनीति का सहारा ले रहे हैं जबकि रूस का क्रूर आक्रामक रवैया बरकरार है।

हम यूक्रेन के कूटनीतिक प्रयासों का हर तरह से समर्थन करते हैं।

हम सभी देशों से मांग करते रहेंगे, खास कर उन देशों से जो सीधे सीधे रूस को प्रभावित कर सकते हैं, कि वो अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर के रूस को बाध्य करे कि वो अपनी मर्जी से शुरू किए गए इस युद्ध को खत्म करे।

हमारा मानना है कि चीन की खास तौर पर इस मामले में जिम्मेदारी बनती है कि वो राष्ट्रपति पुतिन पर अपना प्रभाव डाले और अंतरराष्ट्रीय नियमों और सिद्धांतों का बचाव करे जिसके  समर्थन की वो बात करता है। इसके विपरीत, ऐसा लगता है कि चीन दूसरी दिशा में जा रहा है एक देश के आक्रामक रवैये की आलोचना न कर के और खुद को निष्पक्ष मध्यस्थ के रूप में पेश कर के—और हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वो सीधे सीधे रूस को सैन्य उपकरणों की सहायता पहुंचाने पर विचार कर रहा है जिसका इस्तेमाल यूक्रेन में किया जा सकता है।

राष्ट्रपति बाइडेन कल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करेंगे और ये साफ करेंगे कि अगर वो रूस के आक्रमण के समर्थन में अगर कोई कदम उठाता है तो उसके लिए वो ही जिम्मेदार होंगे और हम इसके जवाब में प्रतिबंधों का कदम उठा सकते हैं।

मैं यह कह कर अपनी बात खत्म करकता हूं कि राष्ट्रपति जेलेंस्की का कांग्रेस को और अमेरिकी जनता को दिया गया संदेश बहुत ताकतवर था।

उन्होंने और मदद के लिए कहा था जो कि हम मुहैया करा रहे हैं और आगे भी कराएंगे। और उन्होंने कहा कि यूक्रेन के लोग भी अपने लिए वही चाहते हैं जो कि हम चाहते हैं—लोकतंत्र, आज़ादी और स्वतंत्रता।

कोई भी जिसने पिछले तीन हफ्तों का घटनाक्रम देखा है उन्हें शक नहीं होगा कि यूक्रेन इन मूल्यों को लेकर कितनी गहरे रूप से प्रतिबद्ध है।

हम यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे जब वो अपने भविष्य के लिए लड़ रहा है।

हम रूस के खिलाफ इसकी कीमत बढ़ाते रहेंगे जब तक कि वो खुद शुरू किए गए इस युद्ध को खत्म नहीं करता।

और हम लगातार यूक्रेन के लोगों के लिए जान बचाने वाली मदद देते रहेंगे, जो रूसी आक्रमण के क्रूर परिणामों से लगातार जूझ रहे हैं।

इसके साथ ही अब मैं कुछ सवाल लेने के लिए तैयार हूं।

मिस्टर प्राइस: पॉल।

सवाल: सर यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत के बारे में आप क्या सोचते हैं? क्या उसमें कोई प्रगति है? राष्ट्रपति जेलेंस्की यह बताते प्रतीत होते हैं कि कुछ मुद्दे हैं जिन पर वो बात कर रहे हैं।

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: हम उनसे संपर्क में हैं जैसा कि मैने कहा है कि हम यूक्रेन के नेताओं से संपर्क में हैं, मेरे मामले में विदेश मंत्री कुलेबा से। हम उन देशों से भी लगातार संपर्क में हैं जो किसी भी तरह से कूटनीति से जुड़े हुए हैं।

आज की तारीख में मैं ये कहूंगा कि, जहां एक तरफ हम यूक्रेन की तारीफ करते हैं कि वो कूटनीति की मेज पर है जबकि हर मिनट पर वहां बमबारी हो रही है। दूसरी तरफ मैंने रूस की तरफ से कोई भी ऐसा सार्थक प्रयास नहीं देखा जिससे ये लगे कि रूस इस युद्ध को कूटनीति के जरिए हल करने की कोशिश कर रहा है।

हम यूक्रेन का समर्थन करते हैं कि वो कूटनीति के जरिए मामले को सुलझाने के प्रयास में लगा है ताकि युद्धविराम हो और साथ ही जाहिर है कि रूसी सेनाओं की वापसी भी। हम तारीफ करते हैं फ्रांस, जर्मनी, इसराइल, टर्की और कई अन्य देशों के प्रयासों की भी। लेकिन मैं फिर कहूंगा कि जहां मैं बैठा हूं, कूटनीति में ज़रूरत होती है कि दोनों ही पक्ष मामले को सुलझाना चाहें अच्छी भावना के तहत और मैं पुतिन की तरफ से इस समय ऐसा कोई प्रयास नहीं देख पा रहा हूं।

इसके उलट, अगर आप सुनेंगे, उदाहरण के लिए उनकी कल की टिप्पणी जिसमें उनका कहना है कि वो दूसरी दिशा में जा रहे हैं। लेकिन शब्दों को छोड़ दें तो भी। हम जो देख रहे हैं, हम वो कार्रवाई देख रहे हैं जो हर दिन रूस कर रहा है, हर दिन, हर मिनट पर वो जो कर रहा है वो युद्ध खत्म करने के किसी भी गंभीर कूटनीतिक प्रयास के के बिल्कुल उलट है।

इसलिए हम देखना चाहते हैं कि रूस इसके समाधान की दिशा में कोई सार्थक कदम उठाता है, यूक्रेन में हो रही हिंसा को रोकने के लिए और अच्छी भावना से बात करने के लिए तैयार होता है। हम यूक्रेन के किसी भी प्रयास का समर्थन करेंगे। हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं उनके समर्थन में लेकिन साथ ही ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे हाथ मजबूत रहें अगर कूटनीति आगे बढ़े और असल में कोई काम की बात हो तो—इसलिए हम यूक्रेन को समर्थन दे रहे हैं और रूस के खिलाफ दबाव बनाना जारी रख रहे हैं।

मिस्टर प्राइस: काइली।

सवाल: थैंक्यू सेक्रेटरी। आपके विभाग ने पुष्टि की है कि यूक्रेन में आज एक अमेरिकी नागरिक की मौत हुई है इसलिए मैं जानना चाहूंगी कि अगर आप उस बारे में और कुछ बताएं कि किन परिस्थितियों में ऐसा हुआ, वो आदमी कौन था या फिर इस मामले में रूस के खिलाफ कोई और कार्रवाई होगी क्योंकि एक अमेरिकी की मौत हुई है।

और दूसरा सवाल कि इसी हफ्ते आपने सीएनएन पर कहा था कि एक तरीके से या दूसरे तरीकों से अंत तक यूक्रेन ही रहेगा और रूस को पीछे हटना होगा। लेकिन हम लगातार देख रहे हैं कि यूक्रेन में लोग मारे जा रहे हैं; उनके शहर तबाह हो रहे हैं। तो आप किस आधार पर इतने आत्मविश्वास से ये बात कह रहे थे? और क्या आप ये सुझा रहे हैं कि पुतिन को रूस के नेता के तौर पर हटाया जाए? थैंक्यू।

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: काइली, पहले तो अमेरिकी नागरिक के बारे में, मैं पुष्टि करता हूं कि एक अमेरिकी नागरिक की मौत हुई है। मेरे पास अभी इसके अलावा और विवरण नहीं हैं लेकिन मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।

दूसरा, यह साफ है, न केवल मुझे बल्कि पूरी दुनिया को कि एक स्वतंत्र यूक्रेन लंबे समय तक रहेगा व्लादीमिर पुतिन रहें न रहें। और ये भी साफ है कि जो हो रहा है वो लंबे समय तक चले। लेकिन चाहे जो भी हो जाए एक स्वतंत्र यूक्रेन बचा रहेगा और किसी बिंदु पर आकर व्लादीमिर पुतिन नहीं रहेंगे। असल सवाल यह है कि इस बीच में कितनी मौतें और कितना विनाश होगा। और हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि रूस द्वारा शुरू किए गए इस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म कर सकें। यहीं पर यूक्रेन को समर्थन की बात आती है; और यहीं पर रूस पर दबाव डालने की बात होती है; वहां काम है, समन्वय जो हम पूरी दुनिया में देशों के साथ मिलकर कर रहे हैं।

मुझे लगता है कि दुनिया ने ये देखा है। दुनिया ने देखा है कि यूक्रेन के लोग अपने देश में बने रहने को लेकर, अपने भविष्य को लेकर और अपनी आज़ादी को लेकर कितने प्रतिबद्ध हैं और इस प्रतिबद्धता को अपनी इच्छा के आगे झुकाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन कुछ नहीं कर सकते। लेकिन जैसा कि मैंने कहा है यह सब कुछ समय तक चल सकता है और हम कोशिश कर रहे हैं कि इसे जल्दी से जल्दी खत्म किया जाए।

सवाल: और क्या पुतिन रूस के नेता बने रहेंगे?

मिस्टर प्राइस: काइली हम कोशिश करेंगे और सवाल लेने की।

कॉनर।

सवाल: मिस्टर सेक्रेटरी, आपने उन कदमों की बात की जिसे आपने रूस का आतंकी हथकंडा करार दिया। क्या विदेश विभाग इस पर विचार कर रहा है कि रूस को–माफ कीजिएगा–आतंकवाद के सरकारी प्रायोजक देश के रूप में चिन्हित करे?

और दूसरा, आपने जो कुछ भी कहा है, जो शब्द राष्ट्रपति ने इस्तेमाल किए हैं पिछले कुछ दिनों में—युद्ध अपराधी, हत्यारा तानाशाह, बदमाश—क्या आपको लगता है कि आगे कभी, जब तक व्लादीमिर पुतिन रूस में सत्ता में रहेंगे, अमेरिका और रूस के संबंध सामान्य हो सकेंगे?

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: हमारा फोकस सबसे पहले और सबसे ज़रूरी इस बात पर है कि हम इस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए हर संभव कोशिश करें ताकि रूसी आक्रमण का सामना कर रही यूक्रेन की जनता के कष्टों को रोका जा सके। यही हमारा फोकस है। हम वही कर रहे हैं और जैसा कि मैंने कहा है, हम बहुत ध्यान से ये देख रहे हैं कि क्या हो रहा है, क्या किया जा रहा है और खास तौर पर युद्ध अपराधों के सवाल पर कि कौन से युद्ध अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।

और बाकी चीजों में, आम नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाया जाना युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है। आपने कल राष्ट्रपति बाइडेन को सुना। आपने सुना कि मैंने कुछ मिनट पहले क्या कहा है। हम इसका दस्तावेज बना रहे हैं. हम कई गुटों, संस्थानों और संगठनों द्वारा इस संबंध में किए गए प्रयासों का स्वागत करते हैं जो इस बात पर फोकस कर रही हैं कि सबूत जुटाए जाएं, डॉक्यूमेंट किया जाए और उसके बाद इसकी जवाबदेही तय की जाए।

जहां तक रूस जो कार्रवाई कर रहा है उस पर उसे चिन्हित किए जाने के मामले में हम हर चीज़ को देख रहे हैं।

मिस्टर प्राइस: यूलिया यामोलेंको।

सवाल: दूसरे सवाल पर? माफ कीजिएगा।

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: माफ कीजिएगा, याद दिलाएं ज़रा।

सवाल : जब तक पुतिन सत्ता में हैं क्या रूस और अमेरिका के बीच रिश्ते सामान्य हो सकेंगे?

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: मैं फिर कहूंगा कि हमारा फोकस युद्ध खत्म करने पर है। मैं भविष्य के बारे में कयास लगाना नहीं चाहूंगा लेकिन भविष्य तो होगा ही किसी भी तरह से इस युद्ध के लिए जिम्मेदारी तो तय की जाएगी।

मिस्टर प्राइस: यूलिया यामोलेंको, वॉयस ऑफ अमेरिका, यूक्रेन।

सवाल: थैंक्यू। यूक्रेन और रूस के बीच संभावित वार्ताओं पर। अगर रूस हमले रोकने को सहमत हो जाता है और यूक्रेन से अपनी सेनाएं वापस बुला लेता है तो क्या ऐसा कोई सिक्योरिटी फॉर्मेट है जो इस बात की गारंटी देगा कि रूस, यूक्रेन के खिलाफ दोबारा ऐसा आक्रामक रवैया नहीं अपनाएगा? अगर यह यूक्रेन की नैटो सदस्यता नहीं तो और क्या शर्त है?

और दूसरा सवाल. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन के शरणार्थियों का दिल खोलकर स्वागत करेगा लेकिन अभी तक यूक्रेन के युद्ध से भाग रहे लोगों के लिए जो अमेरिका आना चाहते हैं या अमेरिका में अपने परिवारों से मिलना चाहते हैं उनके लिए न तो कोई आधिकारिक वीसा कार्यक्रम है और न ही कोई और कार्यक्रम। क्या विदेश विभाग यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए विशेष त्वरित कार्यक्रम पर काम कर रहा है? अगर हां तो वो कब शुरू होगा?

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: थैंक्यू। पहले तो कूटनीति, देखिए, मैं वार्ताओं के दौरान क्या बात होगी उस पर कयास नहीं लगाना चाहूंगा कि वो कहां तक जा सकती हैं। जैसा कि मैंने कहा है, हम पूर्ण रूप से और मजबूती से यूक्रेन की सरकार के फैसलों का समर्थन करेंगे—जो लोकतांत्रिक रूप से लोगों ने चुनी है। हम उन भावनाओं का स्वागत करते हैं जो हमने सुनी है और जो ये कोशिश कर रही हैं कि युद्ध का कूटनीतिक हल जल्द से जल्द निकले। मुझे लगता है कि पहले तो यूक्रेन से सेनाएं हटाने की ज़रूरत है। रूसी सेनाओं को हटने की ज़रूरत है। ज़रूरत है कि वहां मूलभूत आज़ादी और स्वतंत्रता वापस आए, लेकिन मैं कूटनीति को आगे बढाने का काम यूक्रेन और उसके सहयोगियों पर छोड़ता हूं—अगर उन्हें लगता है कि वो इसे आगे बढ़ा सकते हैं। हम देखेंगे कि हम इसे समर्थन देने के लिए क्या कर सकते हैं। और अगर कुछ मुद्दे हैं जिस पर बातचीत हो सकती है जिसमें हमारी भागेदारी की ज़रूरत है तो जाहिर है कि हम उसे देखेंगे और तय करेंगे कि हम क्या मदद कर सकते हैं। हम चाहेंगे कि हम जो कर रहे हैं वो कर पाने की स्थिति में रहें यानि कि यूक्रेन की सरकार का समर्थन, यूक्रेन के लोगों का समर्थन और रूस पर दबाव बनाना। अगर कूटनीति के ज़रिए रास्ता निकलता है और ऐसा काम जो हम कर सकें जिससे कूटनीति को मदद मिले और यूक्रेन की आज़ादी को बहाल करने जैसा परिणाम हो तो हम ज़रूर इसे देखेंगे और ये काम करेंगे।

जहां तक शरणार्थियों की बात है, कुछ बातें। पहली, जैसा कि मैंने कहा है कि यह यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट है। बहुत बड़ी संख्या है। और जाहिर है कि कई बार इन आकड़ों के पीछे असली ज़िंदगियां जो दांव पर लगी हैं, जो बदल रही हैं, हमेशा के लिए नहीं, लेकिन बहुत हद तक, छूट जाती हैं। मैंने खुद ये सब देखा है कुछ हफ्ते पहले जब मैं पोलैंड और यूक्रेन की सीमा पर आप में से ही कुछ लोगों के साथ था, जहां हम लोगों से बात कर रहे थे जो रूसी आक्रमण के बाद सीमा पार कर के आए थे। कई मामलों में, ज्यादातर मामलों में महिलाएं और बच्चे—पुरुष रूक गए थे युद्ध के लिए। और हमने देखा है कि इसका प्रभाव यूक्रेन में। हमने इसका प्रभाव देखा है पड़ोसी देशों में—पोलैंड, मोलडोवा, रोमानिया और अन्य देशों में—जहां बड़ी संख्या में शरणार्थी पहुंचे हैं। इन देशों ने अपना दिल खोल दिया है। लेकिन नंबर बढ़ रहे हैं। चुनौती बढ़ रही है। मैं आज सुबह ही जी-7 देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस पर था और ये एक मुद्दा था जिस पर हमने बातचीत की—शरणार्थी संकट के निपटने के लिए मिलजुलकर काम करने की।

अमेरिका पहले ही और आगे भी यूक्रेन को मानवीय सहायता देने के बारे में सबसे बड़ा देश था और बना रहेगा। हम जो पैकेज दे रहे हैं उसमें मानवीय सहायता के लिए चार अरब डॉलर का प्रावधान है और वो सीधे यूक्रेन और पड़ोसी देशों को जाएगा जहां यूक्रेनी लोगों को मदद की जा रही है।

दूसरा, हम यूएनएचसीआर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं कि कैसे इन प्रयासों को समर्थन दिया जाए. अंत में हम देख रहे हैं कि हम सीधे तौर पर इसमें क्या कर सकते हैं—उदाहरण के लिए हम उन कदमों पर विचार कर रहे हैं कि जो हम परिवारों को मिलाने के लिए या अन्य मामलों में उठा सकते हैं.

अंतिम चीज मैं ये कहूंगा: और जाहिर है कि रिफ्यूजी रेफरल प्रक्रिया होती है लेकिन उसमें समय लगता है। लेकिन अगर लोग शरणार्थी स्टेटस के लिए अप्लाई कर रहे हैं और अमेरिका आना चाहते हैं कि हम रेफरल लेंगे। लेकिन हम उन कदमों पर विचार कर रहे हैं जो हम जल्दी से जल्दी उठा सकते हैं।

आखिरी बात: मुझे लगता है कि जो हम देख रहे हैं, कम से कम शुरूआत में कि जितने भी लोग यूक्रेन से निकल कर आए वो अपने देश के आस पास ही रहना चाहते हैं। उन्हें उम्मीद है कि—वो जल्दी ही अपने घर लौट पाएंगे। वो अपने घरों के पास रहना चाहते हैं क्योंकि जैसा कि मैंने कहा है कि कई मामलों में महिलाएं और बच्चे अपने पति और पिताओं-भाईयों को छोड़ कर आए हैं और वो चाहते है कि जल्दी से वो अपने परिवार से वापस मिलें तो वो दूर जाना नहीं चाहते हैं बहुत अधिक। लेकिन अगर युद्ध जारी रहता है तो और नंबर बढ़ते हैं और हमारे यूरोपीय सहयोगियों पर भार बढ़ता है तो हम जो संभव होगा वो करेंगे। मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में मेरे पास इस बारे में कहने के लिए और कुछ होगा। हम इस पर पूरी तरह फोकस्ड हैं।

मिस्टर प्राइस: समय है आखिरी सवाल का। आंद्रेया।

सवाल: मिस्टर सेक्रेटरी. आपने रेखांकित किया है, नागरिकों के खिलाफ हमलों का लंबा ब्योरा दिया है। आपने ये भी कहा है कि आप राष्ट्रपति बाइडेन के युद्ध अपराध के संबंध में की गई टिप्पणी से भी सहमत हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने भी कहा है पिछले हफ्ते। मैं जानती हूं कि जांच होती है लेकिन जवाबदेही कहां पर तय होगी? अगर व्लादीमिर पुतिन दोषी पाए जाते हैं तो उनका क्या होगा, क्योंकि वो तो एक देश ही हैं? ऐसे मामले में क्या होगा? (आवाज़ साफ नहीं)

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: आंद्रेया, कुछ बातें। पहला तो हम सब देख रहे हैं – और आप लोग दिखा रहे हैं बहुत सशक्त रूप से टीवी पर—वो भयंकर छवियां जो यूक्रेन से आ रही हैं और हम देख रहे हैं कि वो तबाही जो रूसी बम और हथियार एक देश में मचा रही हैं। हमने नागरिक ठिकानों को तबाह होते देखा है; हमने देखा है लोगों को मरते हुए—सैकड़ों, हज़ारों की संख्या में आम नागरिकों को। और हां जैसा कि मैंने—कहा है और फिर कह रहा हूं कि जैसा राष्ट्रपति ने कल कहा था, कि उनके विचार में युद्ध अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। मैं उससे सहमत हूं। इस विनाश को जो हमने देखा है उसे देखते हुए इसके उलट कुछ और तय करना नामुमकिन है। लेकिन हम इसमें क्या कर रहे हैं—और मैं आपके सवाल पर भी आऊंगा—हम तो सबसे पहले उस काम को समर्थन दे रहे हैं यूक्रेन में जो महत्वपूर्ण काम हो रहा है, सबूत जुटाने का काम, डॉक्यूमेंट करने का काम कि क्या हुआ है। मानवाधिकार कार्यकर्तां, सिविल सोसायटी, निष्पक्ष मीडिया और साथ ही उचित संगठन और संस्थान इसे देख रहे हैं। हमें ज़रूरत है कि हम प्रक्रिया को देखें जिसके तहत सबूत जुटाए जा रहे हैं, सबूत को संभाला जा रहा है और उसे समझा जा रहा है। हम वह भी साझा करेंगे—हमारे सहयोगी और पार्टनर भी ऐसा करेंगे निश्चित रूप से और वो सारी जांच जो साथ साथ चल रही हैं–जवाबदेही तय करने की जिसमें हर औजार का इस्तेमाल हो रहा है जो हमें सुलभ है।

मैं आगे बढ़कर कुछ नहीं कहूंगा, पहले तो इन सबूतों के जुटाने का परिणाम देखना होगा कि क्या होता है लेकिन मैं पूरे विश्वास से कहता हूं कि किसी भी युद्ध अपराध के लिए जिम्मेदारी तय होगी और हम देखेंगे कि ऐसा हो।

सवाल: एलप्पो और ग्रोज्नी में जो हुआ उसके बाद आप ऐसा कैसे कह सकते हैं? वो बार बार ऐसा करते हैं। वो लगातार ऐसा करते हैं युद्ध अपराधी की तर्ज पर।

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: आंद्रेया, जब हमने पहले कहा था कि रूसी आक्रमण के गंभीर परिणाम होंगे जिसमें रूस पर अभूतपूर्ण प्रतिबंध लगाए जाएंगे तब भी मैं जानता हूं कि कुछ लोगों को शक था। मुझे लगता है कि हमने दिखाया है कि हम अपनी बात पर कायम रहे हैं। जब हमने कहा है कि यूक्रेन को उसकी रक्षा करने के लिए हम लगातार और ताकतवर समर्थन देंगे तो हमने दिखाया है कि हम अपनी बात पर कायम रहे हैं। इसलिए जब मैं आपसे कह रहा हूं कि जवाबदेही तय होगी और किसी भी युद्ध अपराध के परिणाम भुगतने होंगे तो मुझे उम्मीद है कि आप मेरी बात पर यकीन करेंगे लेकिन काम हमेशा शब्दों से अधिक ताकतवर होता है।

मिस्टर प्राइस: आप सभी का शुक्रिया।

विदेश मंत्री ब्लिंकेन: शुक्रिया। शुक्रिया।


मूल स्त्रोत: https://www.state.gov/secretary-antony-j-blinken-at-a-press-availability-16/.

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेजी स्त्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।

U.S. Department of State

The Lessons of 1989: Freedom and Our Future